Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi - साबरमती आश्रम का इतिहास

Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi – साबरमती आश्रम इतिहास

नमस्कार मित्रो आज हम Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi – साबरमती आश्रम इतिहास और संग्रहालय की जानकारी हिंदी में बताने वाले है। हमारे भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आश्रम अहमदाबाद में उपस्थित है। 

आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है। The Real Name of Sabarmati Ashram की बात करे तो उनका पुराना नाम सत्याग्रह आश्रम था। वह आश्रम गुजरात के अहमदाबाद शहर के Sabarmati River किनारे स्थित है। साबरमती नदी के किनारे होने के कारन उनका नाम साबरमती आश्रम रखा गया है। Sabarmati Ashram and Museum देखने लायक जगह है। वहा हमारे भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी रहते थे। वह आश्रम में रहकर महात्मा गाँधी ने देश को नयी दिशा देने का काम किया था।

साबरमती आश्रम का वास्तविक नाम सत्याग्रह आश्रम एव गांधी आश्राम है। वह स्थान साबरमती नदी से तक़रीबन 4 मील दूर है। महात्मा मोहनदास करमचंद गाँधी ने उस स्थान पर अपनी पत्नी कस्तूरबा के साथ रहते 12 साल गुजारे थे। आज हम Gandhi Ashram Sabarmati, Who Built Sabarmati Ashram और Sabarmati Ashram Plan की माहिती बताने वाले है। तो चलिए Sabarmati Ashram History बताना शुरू करते है। 

Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi –

नाम साबरमती आश्रम
अन्य नाम सत्याग्रह आश्रम, गांधी आश्राम
स्थापक महात्मा मोहनदास करमचंद गाँधी
स्थापना वर्ष 1915
आश्रम स्थान साबरमती नदी, अहमदाबाद ,गुजरात 
पौराणिक महत्त्व दधीचि ऋषि का आश्रम यहाँ था 

आश्रम स्थान परिचय –

यह साबरमती आश्रम कहां पर है ? साबरमती नदी के किनारे तक़रीबन 36 एकड़ में फैले हुआ। यह स्थान वृक्षों से शुशोभित और शीतल छाया में बहुत ही शांति और सादगी भरा स्थान है। एक तरफ दुधेश्वर श्मशान ओर दूसरी और सेंट्रल जेल मौजूद है। यह आश्रम को देखने के लिए पुरे विश्व के लोग आते है। किसी व्यक्ति को आश्रम देखने जाना है। तो Sabarmati Ashram Timings की बात बताये तो सवेरे 8:30 बजे से लेकर के शाम 7:30 तक यह स्थान कभी भी देखने जा सकते है। 

इसके बारेमे भी जानिए – बठिंडा का किला मुबारक की जानकारी

साबरमती आश्रम की स्थापना –

1915 की साल में 25 मई के दिन अहमदाबाद शहर के कोचरब नामक स्थान पर साबरमती आश्रम का निर्माण हुआ था। साबरमती आश्रम किसने बनाया था ? उसकी स्थापना महात्मा गांधी ने करवाई थी। गांधीजी यहाँ पशुपालन और खेती बाड़ी करने की चाह रखते थे। यह काम आश्रम में नहीं हुआ करता था। इसीलिए दो साल के बाद 17 जून 1917 में उस आश्रम साबरमती नदी के किनारे परिवर्तित करके वर्तमान स्थान पर लाया गया था। वह दिन से साबरमती आश्रम नाम करन हुआ था। ऐसा कहा जाता है। और पौराणिक महत्त्व कहता है। की दधीचि ऋषि का आश्रम भी साबरमती आश्रम के स्थान पर ही था।

Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi
Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi

साबरमती आश्रम का इतिहास –

दक्षिण अफ्रीका से अपनी पढाई पूर्ण करके गांधी जी भारत आये थे। और उन्होंने आश्रम का निर्माण करवाया था। कोचरब में जीवनलाल के बंगले में आश्रम की स्थापना करके उसका नाम सत्याग्रह आश्रम रखा था। लेकिन उनकी जगज बदल के साबरमती आश्रम रखा था। वहा प्राचीन काल में ऋषि दधिची का आश्रम हुआ करता था। ऋषि दधिची ने एक राक्षस के युद्ध में अपनी अस्थियाँ देवो को दान की थी। 

साबरमती आश्रम में रहते हुए गांधीजी ने 1930 तक स्वतंत्रता संग्राम का आंदोलन लड़ा था। वैसे तो यह स्थान का ऐतिहासिक एव पौराणिक महत्व है। अंग्रेजो ने भारत में नमक क़ानून शुरू किया तब महात्मा गांधी ने यहाँ से 78 व्यक्तियों के साथ 12 मार्च 1930 के दिन दांडी मार्च (दांडी यात्रा) की शुरुआत की थी। और दांडी पहुँच के नमक क़ानून को तोड़ दिया था। यह आश्रम कई लोगों का आदर्श स्थल है। क्योकि यहाँ गांधी जी के अनुयायी यहा रहते थे। गांधी जी ने आश्रम में एक स्कूल जैसा स्थान बनाया था।

पाठशाला का महत्त्व यह था की आश्रम में रहने वाले व्यक्तियो को शिक्षा,खेती बाड़ी और मानव श्रम का महत्त्व समजाने में सफल रहे। और अनुयायियों को शिक्षित किया जाये। महात्मा गांधी ने 12 मार्च  1930 के दिन शपथ की थी। की भारत सम्पूर्ण स्वतंत्र नहीं हो जाता में आश्राम में  कदम नहीं रखूँगा। बाद में काफी संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 के दिन भारत आजाद हुआ। और 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या हो गयी थी। लेकिन वह आश्रम नहीं लौट सके थे।

राष्ट्रीय स्मारक –

साबरमती आश्रम का इतिहास
साबरमती आश्रम का इतिहास

महात्मा गांधी की हत्या के बाद उनकी याद में राष्ट्रीय स्मारक की स्थापना करवाई गयी थी। गांधी जी का आश्रम निर्माण से लेके मौत तक उनसे संबंधित था। उसीलिये गांधी-स्मारक-निधि ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया की आश्रम को सुरक्षित रखा जाए। उसके लिए 1951 की साल में साबरमती आश्रम सुरक्षा एवं स्मृति न्यास स्थापन हुई थी। यह ट्रस्ट गांधी के राष्ट्रीय स्मारक की मगन निवास, प्रार्थनास्थल, उपासनाभूमि और हृदयकुंज की सुरक्षा के हेतु कार्य करता है। 

इसके बारेमे भी जानिए – नटराज मंदिर चिदंबरम की पूरी जानकारी

Sabarmati Ashram Museum –

माननीय वड़ाप्रधान श्री जवाहरलाल ने 10 मई 1963 को हृदयकुंज के समीप गांधी स्मृति संग्रहालय का उद्घाटन किया था। संग्रहालय में मोहनदास गाँधी के दस्तावेज, पत्र और फोटोग्राफ रखे हुए हैं। गाँधी की बालयकाल से मौत तक की के फोटोग्राफों का बहुत बड़ा संग्रह मौजूद है। उसके अलावा उन्होंने किये विदेश और भारत के कई भाषणों के 100 से अधिक संग्रह रखे हुए हैं। गांधी जी के 400 लेख जिन्हे हरिजन, नवजीवन और यंग इंडिया में प्रकाशित हुए की मूल छवियाँ के साथ साथ पुस्तकालय भी मौजूद है। उसमे महादेव देसाई की 3000 और साबरमती आश्रम के 4000 पुस्तक का समावेश किया गया है। महात्मा  ने लिखे 30000 से अधिक लेखों को माइक्रोफिल्म करके रखे है। ऐसा कहा जाता है। की अगर आप अहमदाबाद आये है। और साबरमती आश्रम नहीं देखते तो पूर्ण नहीं है। 

म्यूजियम में स्थित चीजें –

  • लाइब्रेरी – उस पुस्तकालय में 35,000 मौजूद है।
  • 200 फ़ोटोस्टेट फाइल, 6000 फोटो नेगेटिव और गांधीजी की 34,000 पांडुलिपि की किताबे रखी है।
  • वह 11 Am से 6 Pm तक खुला रहता है।
  • सोमनाथ छात्रालय – आश्रम में उपस्थित है। 
  •  गांधी आश्रम का संचालन मेमोरियल और प्रिजर्वेशन ट्रस्ट करता है।
  • उद्योग मंदिर – उन्हें श्रमिको के सन्मान के लिए बनाया गया है। 
  • माई लाइफ इज माई मेसेज –
  • यहाँ पर गांधीजी की सभी घटनाओं को फोटोग्राफ और आयल पेंटिंग की मदद से दर्शाया गया है। 
  • पेंटिंग गैलरी – उसमे 8 अनोखी एव बड़ी पेंटिंग दिखाई देती है। 

इसके बारेमे भी जानिए – अंबाजी मंदिर का इतिहास गुजरात

Sabarmati Ashram Map – Sabarmati Ashram in India Map

Sabarmati Ashram Visiting Places –

वर्तमान समय में Sabarmati Ashram Ahmedabad को गांधीजी की यादो की वजह से उन्हें एक म्यूजियम में परिवर्तित कर दिया गया है। Sabarmati Ashram in Hindi में आपको बतादे की उन्हें गांधी स्मारक संग्रहालय नाम दिया है। आश्राम की उस जगह पर महात्मा गांधी रहते थे। 

हृदय कुंज –

  • साबरमती आश्रम के बीचो बीच एक हृदय कुंज नाम की कुटीर उपस्थित है।
  • उनका नाम महान लेखक काका साहब कालेकर ने दिया है।
  • महात्मा गाँधी ने 1919 की साल से 1930 उस स्थान पर निवास किया था।
  • उतना ही नहीं उन्होंने दांडी यात्रा को भी यही से शुरु की थी। उसकी डिजाईन चार्ल्स कोर्रा ने बनाई है। 

उपासना मंदिर –

  • यह उपासना मंदिर नाम की जगह एक प्रार्थना होल है।
  • उन्हें सभी तरफ से खुला हुआ है।
  • उस जगह पर महात्मा मोहनदास गांधी अपने साथियो को अपने प्रश्नों  जवाब दिया करते थे।
  • यह स्थान का निर्माण ह्रदय कुञ्ज और मगन निवास बीचो बिच उपस्थित है। 

नंदिनी आश्रम –

  • नंदिनी आश्रम  की यह जगह भारत और दूसरे देशों से आनेवाले लोगो को रहने की व्यवस्था हुआ करती है।
  • वह स्थान आश्रम में ह्रदय कुञ्ज के बाएं और उपस्थित है। 

विनोबा कुटीर – मीरा कुटीर

  • जिस जगह गांधीजी के अनुयायी आचार्य विनोबा भावे रहते थे।
  • उसको विनोबा कुटीर के नाम से जाना जाता है।
  • उस स्थान पर गाँधी जी के दूसरे शिष्य मीराबेन रहते थे।
  • उसका दूसरा नाम मित्र कुटीर भी है। 

उद्योग मंदिर –

  • गांधी जी ने आश्रम में देश की आर्थिक स्थिति सुधरने के लिए खादी के कपडे बनाने के लिए चरखे लगाए हुए थे।
  • बापू गाँधी साथ साथ उनके मित्र और अनुयायी यह जगह पर आकरके चरखा चलाते थे।
  • उस स्थान पर गांधीजी सबको खादी के वस्त्र बनाना सिखाते थे।
  • उसलिए उस स्थान का नाम उद्योग मंदिर रखा है। 

मगन निवास –

  • मगन निवास नाम के उस स्थान पर साबरमती आश्रम के मेनेजर रहते थे।
  • वह एक नन्ही सी कुटिया थी। जहा मगनलाल रहते थे।
  • वह  महात्मा गांधी के प्रिय व्यक्तिओ में से एक हुआ करते थे।

साबरमती आश्रम गौशाला –

  • 1915 की साल में महात्‍मा गांधी ने Sabarmati Ashram Gaushala की स्थापना की थी।
  • वह वर्तमान समय में भारत का प्रमुख अनुसंधान केंद्र है।
  • और वह पशुओ की प्रजनन और उन्‍नत आनुवांशिक सुधार की तकनीक का प्रयोग  प्रसिद्ध है।
  • उन्हें 1973 में एसएजी के एनडीडीबी को सौंपा गया था। 

इसके बारेमे भी जानिए – Statue Of Unity India Information In Hindi – Gujarat

Sabarmati Ashram History And Museum Video –

Sabarmati Ashram Facts –

  • गांधी आश्रम को सुबह 8 से शाम 7 बजे  तक खुला रखते है।
  • उसमे कोई भी समय आप देख सकते है।
  • साबरमती आश्रम में साल में 8 लाख से भी ज्यादा व्यक्ति यात्रा करने के लिए आते हैं।
  • आश्रम की मुलाकात से गांधीजी के सत्य अहिंसा का महत्त्व पता चलता है।
  • साबरमती म्यूजियम में गांधी जी का चरखा एव उन्होंने उपयोग किया हुआ टेबल मौजूद है। 
  • आश्रम में आने वाले व्यक्तिओ को आश्रम से संबधित सभी
  • वौइस् रिकॉर्डिंग से स्मृतियाँ जैसे लेखन, पेंटिंग से परिचित करते हैं। 
  • आश्रम में आते व्यक्तिओ को गांधी जी के महान विचारों से रूबरू कराया जाता है। 

साबरमती आश्रम और म्यूजियम के प्रश्न –

1 .Gandhi ji ka Ashram mein kaun si Yojana banai ja rahi thi ?

Gandhi ji ka Ashram mein Ajadi ki Yojana banai ja rahi thi

2 .Gandhi Ashram ko Bapu ki Karmabhumi kyon Kahate hain ?

क्योकि गांधीजी बापूने वह रहते हुए देश को आजादी दिलाई थी। 

3 .Modi visiting the Sabarmati Ashram in 12 March 2021 ?

12 March 2021 के दिन नरेंद्र मोदी ने आश्रम की मुलाकात की थी। 

4 .साबरमती आश्रम अहमदाबाद में स्थित है ?

हा गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है। 

5 .गांधीजी के साबरमती आश्रम की चार विशेषताएं

सत्य,अहिंसा,आजादी और साक्षारता 

6 .साबरमती आश्रम किस राज्य में है ?

गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती नदी के किनारे पर है। 

7 .गांधी जी किस आश्रम में रहते थे ?

गाँधी जी साबरमती आश्रम में रहते थे। 

इसके बारेमे भी जानिए – Pattadakal Temple History Karnatak Pattadakal

Conclusion –

आपको मेरा Sabarmati Ashram History And Museum In Hindi आर्टिकल अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये Sabarmati Ashram Soap और Sabarmati Ashram Concept से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है।

अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।

हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

Note – आपके पास Sabarmati Ahmedabad या Sabarmati River Dam की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद