Vaishno Devi Temple History In Hindi

Vaishno Devi Temple History In Hindi | वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा और जानकारी

नमस्कार दोस्तों Vaishno Devi Temple In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम माँ वैष्णो देवी का मंदिर इतिहास और माता वैष्णो देवी की यात्रा की जानकारी बताने वाले है। वैष्णो देवी का मंदिर हिमालय की पर्वतमाला में जम्मू और कश्मीर के कटरा नाम की त्रिकुटा पहाड़ियों में करीब 5,200 फीट ऊंचाई पर स्थित है। वैष्णो देवी मंदिर में माँ आदिशक्ति के महासरस्वती, महालक्ष्मी और महाकाली नाम के तीन रूप है। देवी वैष्णोदेवी को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर दुनिया भर से लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।

हिन्दू मान्यता के मुताबिक मंदिर में पूजा और आरती के समय, देवी माता रानी को सम्मान देने के लिए पवित्र गुफा में आती हैं। भक्तों का मानना ​​है कि देवी स्वयं भक्तों को यहां पहुंचने के लिए बुलाती हैं। सभी भक्त यात्रा के दौरान ऐसा कहते है। की चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है। ऐसे गुणगान गाते हुए सभी लोग मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते है। जो भारत में सदियों से बोला जा रहा है। श्रद्धालुओ का मानना है की यह पवित्र मंदिर की यात्रा में वैष्णो देवी माता के नाम से कठिन यात्रा को भी को पूरा करने में सक्षम होते हैं।

History of Vaishno Devi Temple

माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का गठन 1986 में किया गया था। तब से जम्मू के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थल ने हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करना शुरू किया है। ऐसा कहा जाता है कि माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा की खोज एक हिंदू पुजारी पंडित श्रीधर ने की थी। देवी वैष्णवी पुजारी के सपने में प्रकट हुईं और उन्हें निर्देश दिया कि यहां त्रिकुटा पहाड़ियों पर कैसे निवास किया जाए। पुजारी ने उसके निर्देश का पालन करते हुए सपने के बाद यात्रा के लिए प्रस्थान किया और गुफा को देखा था। माता वैष्णो देवी ने उन्हें दिए और चार पुत्रों का आशीर्वाद दिया था।  आज भी पंडित श्रीधर के वंशज यहाँ पूजा करते हैं।

Vaishno Devi photos
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Best Time To Visit Vaishno Devi Temple

माता वैष्णो देवी मंदिर साल भर खुला रहता है। और माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मार्च और अक्टूबर के बीच है। उसके अलावा आपके अनुभव पर निर्भर करता है। भक्त नवरात्रों के पवित्र समय के दौरान अपनी तीर्थ और यात्रा की योजना बनाना भी पसंद करते हैं। क्योकि नवरात्रों के समय यहाँ नवरात्री महोत्सव धाम धूम मनाया जाता है। वसंत और शरद ऋतु के समय में यहाँ की हरियाली आपके दिल को चुरा लेती है। और यह स्थल एक बर्फीली परी की तरह दिखता है।

Tips For Visiting Vaishno Devi Temple

  • कटरा में जाने के लिए बाण-गंगा को पार करना होता है।
  • माता वैष्णो देवी मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है
  • 13 किमी का ट्रेक माता वैष्णो देवी तक ले जाता है।
  • माता वैष्णो देवी गुफा और भैरों घाटी के बीच एक रोपवे भी है।
  • कटरा में शराब पर सख्त प्रतिबंध और शाकाहारी भोजन उपलब्ध है।
  •  कटरा में बस स्टेशन के पास यात्रा पंजीकरण काउंटर से एक यात्रा पर्ची प्राप्त करनी होती है।
  • यात्रा पर्ची के बिना वैष्णो देवी के दर्शन करने की अनुमति नहीं है।
  • कुलियों, पालकी और टट्टू को किराए पर लेने से पहले उनकी दरों की पुष्टि करनी चाहिए।

    Vaishno devi temple images
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Mata Vaishno Devi Story In Hindi

माता वैष्णो देवी मंदिर की पौराणिक कथा – माता वैष्णो देवी का जन्म वैष्णवी के रूप में हुआ था। उन्हें देवी-देवताओं ने पृथ्वी पर रहने एव उच्च स्तर की चेतना प्राप्त करने कहा था। बाद में भगवान राम ने त्रिकुटा पहाड़ियों के आधार पर एक आश्रम स्थापित कर ध्यान करने और आध्यात्मिक रूप से विकसित होने का निर्देश दिया था। 

एक दूसरी मान्यता – माता वैष्णो देवी ने भक्त श्रीधर की भक्ति से प्रसन्न होकर उसकी मदद की थी। क्योकि वह भिक्षुक और भक्तों के लिए भंडारा कर सके। माता वैष्णो देवी भंडारे में बालिका के रूप में पहुंची थी। एव भक्तों में से राक्षस भैरव नाथ का वध करने उसे त्रिकुटा पहाड़ियों पर ले गई थी। उसका वध हुआ तो सर वहां से 2.5 किलोमीटर दूर जाकर गिरा था।

उसको आज भैरव घाटी कहते हैं। भैरवनाथ ने मरने से पहले माता की माफी मांगी और माता ने कहा  तुम्हें मोक्ष उस समय मिलेगा जब मेरे दर्शन करने के बाद भक्त आएंगे। तीसरी मान्यता – वैष्णो देवी ने भारत के दक्षिण में रत्नाकर सागर के घर जन्म लिया था। उनका नाम त्रिकुटा था। देवी ने पिता से समुद्र के किनारे तपस्या करने की इच्छा की थी। 

सीता की खोज कर रहे श्रीराम को बलिका के रूप में माता वैष्णो मिली थी। माता ने श्रीराम को बताया कि राम को पति के रूप में स्वीकार किया है। राम ने कहा वे सीता को वचन दे चुके हैं। एव कलियुग में कल्कि के रूप में प्रकट होंगे और माता वैष्णो देवी से विवाह करेंगे।

Vaishno Devi Aarti

माँ वैष्णो देवी की आरती दिन में दो बार सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद होती है। उस अनुभव के लिए आत्म-शुद्धि के बाद, निर्दिष्ट पुजारियों से गर्भगृह के अंदर और फिर मुख्य गुफा के बाहर आरती होती है। देवी को दूध, पानी, शहद, घी और चीनी से स्नान कराते है और फिर उन्हें साड़ी और आभूषण पहनाते है। बाद देवी को प्रसाद चढ़ाया जाता है एव आरती की होती है। उसके बाद पूजा की थाली को गर्भगृह से निकाल पवित्र गुफा के मुहाने पर लाते है। दिव्य ज्योति को सभी यात्रि देख सकते है। उसके बाद पुजारि प्रसाद और पवित्र जल देते है। आपको बतादे की आरती करने में 2 घंटे लगते हैं।

वैष्णो देवी मंदिर फोटो
                        वैष्णो देवी मंदिर फोटो

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Prasad and Offerings at Vaishno Devi

वैष्णो देवी में प्रसाद

  • माँ वैष्णो देवी को पारंपरिक प्रसाद में चुनरी, साड़ी, गहने, सूखे मेवे और फूल शामिल हैं।
  • उनमें से चुनरी को सबसे पवित्र माना जाता है।
  • तीर्थयात्रा के समय यात्रियों को माथे पर चुनरी बांधकर देख सकते है।

प्रतिबंधित आइटम

  • पवित्र गुफा के अंदर मिठाई और खाद्य पदार्थों की अनुमति नहीं है।
  • पवित्र गुफा के अंदर नारियल को तोड़ने की अनुमति नहीं है।
  • आप टोकन के बदले मुख्य प्रतीक्षालय में एक काउंटर पर जमा कर सकते है।
  • दर्शन के बाद गुफा के बाहर काउंटर से नारियल पुनः प्राप्त कर सकते है।

दान

  • नकद के रूप में प्रसाद को कई स्थानों पर रखे सीलबंद दान पेटियों के अंदर रखना चाहिए।
  • पुजारियों को नकद के रूप में कोई भी दान नहीं देना चाहिए।
  • कटरा में कई स्थानों पर दान काउंटर स्थापित हैं।
  • जहां चेक और ड्राफ्ट से दान किया जा सकता है।

स्मृति चिन्ह

  • अदकुवारी, सांझीछत, कटरा बस स्टैंड और वैष्णवी धाम में स्मृति चिन्ह की दुकानें हैं।
  • उस दुकानों पर देवी के लिए प्रसाद बहुत ही मामूली कीमत पर उपलब्ध है।
  • दुकानों से स्मृति चिन्ह के रूप में मां वैष्णो देवी की तस्वीरें, चूड़ियां, साड़ी और चुनरी खरीद सकते हैं।

Tourist Places To Visit Around Katra Vaishno Devi Temple

Geeta Mandir (गीता मंदिर)

गीता मंदिर माता वैष्णो देवी मंदिर के रस्ते में पड़ता एक प्रसिद्ध मंदिर है। वह मंदिर बान गंगा पुल के पास स्थित है। और सुंदर वास्तुकला से बहुत आकर्षित लगता है। यह खूबसूरत मंदिर माता वैष्णो देवी यात्रा में जाते भक्तो एव तीर्थयात्रियों के विश्राम का स्थल है। यहाँ लोग आराम करने के बाद अपनी यात्रा में आगे बढ़ते है। दूर दूर से यहाँ भक्त आशीर्वाद लेने के लिए मंदिर दर्शन करते है। गीता मंदिर को Vaishno Devi Yatra Trip का प्रथम चरण मंदिर भी कहते है।

वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा और जानकारी
वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा और जानकारी

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Bhairon Temple (भैरों मंदिर)

भैरों मंदिर त्रिकुटा के नजदीकी पहाड़ी पर 2017 मीटर की ऊंचाई स्थित है। माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर के पश्यात भैरों मंदिर अगला तीर्थस्थल है। यहाँ कई तीर्थयात्रि घूमने आया करते है। मान्यता के मुताबिक भैरों मंदिर के दर्शन के बिना माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा पूरी नहीं होती है। जब यात्री भैरों मंदिर में दर्शन करते हैं। तब ही भैरव मंदिर से माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा पूरी होती है।

Ardhkuwari Gufa (अर्धकुवारी गुफ़ा)

अर्धकुवारी गुफ़ा कटरा में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध एव लोकप्रिय स्थल है। वैष्णो देवी मंदिर जाते आधे रास्ते में स्थित अर्ध कुँवारी गुफा भक्तो के लिए एक विश्राम का स्थल के रूप में काम करता है। 52 फीट लंबी अर्धकुवारी को गर्बाजून गुफा भी कहते है। उसका कारन गुफा का आकार माता के गर्भ जैसा होने से है। मान्यता के मुताबिक जब माता वैष्णो ने भैरव वध किया तो उसका सिर घाटी में उड़ गया एव उसका शरीर अर्ध कुवारी गुफा में रहा था।

Charan Paduka Temple (चरण पादुका मंदिर)

कटरा में पवित्र चरण पादुका मंदिर बाणगंगा नदी और पुल के नजदीक स्थित है। वह 1030 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। पहले एक छोटा मंदिर था। मगर  आज एक बड़े मंदिर में बदल गया है। चरण पादुका मंदिर का मुख्य आकर्षण माता वैष्णो देवी के पैरों के निशान है। वैष्णो देवी के पद चिन्ह भक्त चट्टान पर देख सकते है। वह चरण पादुका वैष्णो देवी गुफा मंदिर आने वाले के बीचभक्तो  प्रसिद्ध है।

वैष्णो देवी फोटो
वैष्णो देवी फोटो

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Trikuta Parvat (त्रिकुटा पर्वत)

कटरा का त्रिकुटा पर्वत एक पवित्र स्थान है। वैष्णो देवी यात्रा करने वाले सभी यात्री यह पवित्र पहाड़ी का दौरा जरूर करते है। त्रिकुटा पर्वत देवघर से दुमका के मार्ग में 10 किमी दूर है। उसको त्रिकूटाचल भी कहते है। उस पवित्र स्थल पर त्रिकुटाचल महादेव मंदिर का एक शिव मंदिर भी स्थित है। वहाँ शिव जी और देवी त्रिशूली की पूजा होती है। त्रिकुटा पर्वत कटरा में घूमने के बहुत अच्छी जगहों है। और यह पवित्र स्थल पिकनिक स्थल के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटकों और तीर्थयात्रीयों यह पवित्र जगह का दौरा करते है।

Ban Ganga River (बाण गंगा नदी)

बाण गंगा कटरा में स्थित एक पवित्र नदी है। श्रद्धालु माता वैष्णो देवी यात्रा से पहले यहाँ डुबकी लगाते हैं। हिमालय की शिवालिक श्रेणी के दक्षिणी ढलान से उत्पन्न होती गंगा नदी में दो घाट हैं। जहां श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाते हैं। बाण गंगा नदी चिनाब नदी की एक महत्वपूर्ण सहायक नदी भी है। यह पवित्र नदी का नाम“बान” और “गंगा” नाम के दो शब्दों से पड़ा है। आपको भी यहाँ नहाना चाहिए। 

Trek From Katra to Vaishno Devi 

वैष्णो देवी भवन भक्तों के लिए सभी दिन खुला होता है। भवन के शासी निकाय ट्रेक 24 बाय 7 बना दिया है। कटरा बस स्टैंड से जगमगाता रास्ता दिखाई देता है। ट्रेकिंग पथ के साथ, भोजन, जलपान, चाय, पीने का पानी, चिकित्सा सहायता, आरामदायक बैठने की बेंच और शौचालय की पेशकश करने वाले स्टॉल हैं। ट्रेक की शुरुआत में बाणगंगा चेक पोस्ट पर लगेज स्कैन और सुरक्षा जांच होती है। ट्रेक को घोड़ों से कर सकते है। घोड़े ट्रेक के आधे हिस्से को कवर करते हैं।

Shiv parvati images
Shiv parvati images

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Facility of Ropeway In Vaishno Devi Temple

  • मां वैष्णो देवी के मंदिर के दर्शन करने के लिए उड़न खटोला की सुविधा भी है।
  • वह मां वैष्णो देवी के मंदिर से भैरव घाटी तक उपलब्ध है।
  • वैष्णो देवी से भैरव घाटी की यात्रा  3:00 मिनट में पूरी करता है।
  • रोपवे से हर घंटे 800 लोग जाते हैं। आप भी रोपवे की सुविधा ले सकते है ।

Vaishno Devi Helicopter Services

वैष्णोदेवी के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं बेहद लोकप्रिय हैं। और पर्यटकों को बादलों के बीच मंदिर में एक सुंदर सवारी कराते हैं। सेवाएं कटरा की तलहटी से शुरू होती हैं और सांझीचट्टी में समाप्त होती हैं। उसमे दस मिनट लगती हैं। मंदिर सांझीचट्टी में हेलीपैड से 2.5 किमी दूर है। 5 से 6 यात्रियों को एक उड़ान में ले सकते है। उसमे प्रत्येक की टिकट कीमत 1730 रुपये है। एव गोल किराया प्रति यात्री 3460 रुपये है। टिकट हेली-टिकट काउंटरों पर प्राप्त कर सकते हैं।

Durga devi images
Durga devi images

Restaurants and Local Food in Vaishno Devi

यात्रा मार्ग में कई रेस्तरां हैं जो हररोज खुले रहते हैं। यहाँ बिना प्याज लहसुन के खाना मिलता है। तीर्थ बोर्ड भोजनालय भी हैं। वह यात्रिओ को कॉफी, चाय, मैगी और राजमा चावला जैसा सादा भारतीय खाना मिलता है। उसके अलावा अर्धकुवारी में एक सागर रत्न रेस्तरां है। वैष्णोदेवी कटरा की यात्रा के दौरान स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त उठा सकते हैं।

  • चॉकलेट बर्फी
  • सुंदर पंजेरी
  • पेटीसा
  • राजमा चावल
  • कलादी
  • कुलथिन दी दाल
  • आरिया

    Mata vaishno devi temple images
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Where To Stay In Katra

पयटक कटरा और उसके पर्यटक स्थल घूमने के पश्यात कहा रुके की तलाश में है। तो बतादे की यहाँ आपको लो बजट से लेकर हाई बजट तक होटल यानि सभी प्रकार की होटल उपलब्ध होती है। आप अपनी जरुरत एव सुविधा के मुताबिक पसंद कर सकते है। उसकी कुछ होटल के नाम हम बतादे अगर आपको वह पसंद है। तो वह आप बहुत आराम से अपना कमरा बुक कर सकते है।

  • Ganpati Hotel Katra
  • Pushpa Residency Katra
  • Hotel Green Valley
  • Hotel Royal stay
  • Gouri residency

How to Reach Vaishno Devi Mandir

ट्रेन से वैष्णो देवी कैसे पहुंचे

How to Reach Vaishno Devi by Train – मां वैष्णो देवी पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कटरा है। वहा से भारत के बड़े शहर से नियमित ट्रेन सेवाएं चलती हैं। जो पहले जम्मू तवी में रुकती थीं। रेलवे स्टेशन के पास ही आलीशान आवास भी उपलब्ध है। श्री शक्ति ट्रेन जो शुक्रवार शाम को दिल्ली से शुरू होती है और रविवार की सुबह दिल्ली लौटती है। 

सड़क मार्ग से वैष्णो देवी कैसे पहुंचें

How to Reach Vaishno Devi by Road – मां वैष्णो देवी के मंदिर जाने के लिए सड़क मार्ग की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ सरकारी एवं प्राइवेट डीलक्स एवं सेमी डीलक्स बस से जम्मू बस स्टैंड पर जाती है। जम्मू का सड़क मार्ग दिल्ली चंडीगढ़ शिमला मार्गो से जुड़ा हुआ है। जम्मू बस स्टैंड पर पहुंचकर कटरा के लिए बस, टैक्सी या कैब ले सकते हैं। जिससे आप मां वैष्णो देवी पहुंच सकते है। 

फ्लाइट से वैष्णो देवी कैसे पहुंचे

How To Reach Vaishno Devi By Flight – जम्मू हवाई अड्डा या सरवरी हवाई अड्डा उसका निकटतम हवाई अड्डा है। वह हवाई अड्डे से कटरा के लिए नियमित हवाई सेवाएं चलती हैं। एक बार जब आप नीचे उतर जाते हैं। तो हवाई अड्डे से टैक्सी लें एक घंटे में कटरा पहुँच जाते हैं। यह रूट के लिए बसें भी उपलब्ध हैं। कटरा में मुख्य भवन के लिए सांझी चाट तक हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं।

Jammu kashmir vaishno devi temple photos
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Vaishno Devi Temple Map वैष्णो देवी मंदिर का लोकेशन

Vaishno Devi Yatra Trip In Hindi Video

Interesting Facts About Vaishno Devi Temple

  • वैष्णो देवी का मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। 
  • वैष्णो देवी की ऑफीशल वेबसाइट maavaishnodevi.org है। 
  • उस पर यात्री रहने, हेलीकॉप्टर, रोपवे एव आरती की बुकिंग कर सकते है।
  • यहाँ की जानकारियां प्राप्त करने ऑफिशियल साइट विजिट कर सकते हैं।
  • माता वैष्णो देवी मंदिर जम्मू कश्मीर के साथ पूरे भारत का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। 
  • वैष्णो देवी एक धार्मिक ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है। 
  • तीर्थयात्री लगभग 13 किमी पैदल चलकर छोटी गुफाओं तक पहुँचते हैं।
  • वैष्णो देवी जी को माता रानी, त्रिकुटा, वैष्णवी और माता आदिशक्ति भी कहते है।

FAQ

Q .वैष्णो देवी मंदिर कहा है?

वैष्णो देवी का मंदिर हिमालय की पर्वतमाला में जम्मू और कश्मीर के कटरा की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित है।

Q .वैष्णो देवी की चढ़ाई कितनी है?

कटरा से वैष्णो देवी की चढ़ाई 13 किलोमीटर है।

Q .वैष्णो देवी में कितनी सीढ़ियां हैं?

13 कि.मी.की यात्रा।करने में लोगों को 3 से 4 दिन लगते है।

Q .कटरा से पटनीटॉप की दूरी कितनी है?

85 KM

Q .वैष्णो देवी में हेलीकॉप्टर का किराया कितना है?

वैष्णो देवी में हेलीकॉप्टर का किराया यात्रियों को 3460 रुपए चुकाने है।

Q .माता वैष्णो देवी का मंदिर कितने साल पुराना है?

वैष्णों देवी मंदिर का निर्माण 700 साल पहले ब्राह्मण पुजारी पंडित श्रीधर द्वारा कराया गया था।

Q .वैष्णो देवी की कितनी चढ़ाई है?

13 कि.मी

Q .कटरा से वैष्णो देवी कितने किलोमीटर है?

कटरा से वैष्णो देवी 18 किलोमीटर दूर है।

Conclusion

आपको मेरा लेख Vaishno Devi Temple History बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये Mata vaishno devi mandir, Vaishno devi temple open time

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अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।

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Note

आपके पास Vaishno devi temple live darshan की जानकारी हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद। 

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