नमस्कार दोस्तों Udayagiri Caves information in Hindi में आपका स्वागत है। आज हम उदयगिरि गुफाएँ का इतिहास और यात्रा से जुड़ी जानकारी बताने वाले है। उदयगिरि की गुफाएँ भोपाल शहर से 60 किमी दूरविदिशा जिले में स्थित 20 गुप्त-युग की गुफाओं और मठों का एक बड़ा समूह है। बीस चट्टानों को काटकर बनाई गुफाओं का ऐतिहासिक हिंदू अनुष्ठान स्थल है। उदयगिरि गुफाओं में हिंदू देवताओं विष्णु, दुर्गा और शिव की प्रतिमाओं को उकेरा गया है। उसको विष्णु पदगिरि के रूप में भी जाना जाता है।
उदयगिरि पहाड़ियों में गुप्त युग से हिंदू और जैन धर्म की मूर्तियों को समर्पित बीस गुफाएं हैं। उसमे से सबसे मुख्य पांचवीं गुफा है। वह भगवान विष्णु की प्राचीन स्मारक प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। जो उनके अवतार में सूअर के सिर वाले वराह के रूप में भूदेवी (पृथ्वी) को बचाते हैं। फर्श पर खुदी हुई सीढ़िया गुफाओं की एक महत्वपूर्ण विशेषता है। लोकेल में चंद्रगुप्त मौर्य से शासित गुप्त राजवंश के पर्याप्त शिलालेख हैं। वह 5वीं शताब्दी का स्मारक रॉक शेल्टर, पेट्रोग्लिफ्स, एपिग्राफ, किलेबंदी का घर और भारतीय पुरातत्व के अधीन हैं।
Table of Contents
Udayagiri Caves History In Hindi
उदयगिरि की गुफाएँ का इतिहास देखे तो शोधकर्ता और उस के शिलालेख के मुताबिक उदयगिरि की गुफाएँ का निर्माण 250 से 410 ई. पू के बीच गुप्त नरेशों ने निर्मित करवाई थी। गुफाओं का इतिहास गुप्त काल से भी प्राचीन का है। इतिहास पर नज़र डालें तो यह प्रतीत होता है कि जैन भिक्षुओं के रहने के लिए गुफाओं का निर्माण किया गया था। वैष्णव मंत्री से गुफा नंबर 6 में अभिषेक के बाद के शिलालेख में चंद्रगुप्त द्वितीय और पुराना भारतीय गुप्त कैलेंडर के मुताबिक 401 सीई का उल्लेख मिलता है।
उदयगिरि की गुफाएँ में शताब्दियों के उदयगिरी शिलालेख हैं। जो ऐतिहासिक घटनाओं, धार्मिक विश्वासों और भारतीय लिपि के विकास को मजबूत आधार दिया करते हैं। गुफा 19 के प्रवेश द्वार पर बाएं स्तंभ पर संस्कृत शिलालेख में विक्रमा 1093 की तारीख देखने को मिलती है। उसमें विष्णुपद शब्द का उल्लेख देखने को मिलता है। वह मंदिर चंद्रगुप्त के शासन में बना था। प्राचीन काल में उदयगिरि और विदिशा मानव बस्ती क्षेत्र होने की पुष्टि करते है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – चूका बीच पीलीभीत उत्तरप्रदेश घूमने की जानकारी
Best Time To Visit Udayagiri Caves Vidisha
अगर आप उदयगिरि गुफाओं की यात्रा करना और उदयगिरि गुफायें घूमने जाने का सबसे अच्छा समय की तलाश में है। तो आपको बतादे की वहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च यानि सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा होता है। क्योंकि की गर्मियों के महीनों में मध्य प्रदेश में ज्यादा गर्मी होने के कारन ज्यादा अनुकूल नहीं है। उसके कारन पर्यटक को गुफाएं देखने के लिए सर्दियों का मौसम पसंद करना चाहिए।
उदयगिरि गुफाओ की जानकारी
राज्य – मध्य प्रदेश
ज़िला – विदिशा
निर्माण काल – चौथी-पाँचवी शती ई.
स्थापना – गुप्त साम्राज्य
मार्ग – विदिशा से 3 किमी
प्रसिद्धि – हिन्दू और जैन मूर्ति के लिए
मूर्तियाँ – पौराणिक कथाओं से सम्बद्ध

इसके बारेमे भी पढ़िए – भारत के 10 सबसे अमीर मंदिर की जानकारी
Tips for Visiting Udayagiri Caves
- उदयगिरि गुफाओं की यात्रा के लिए टिप्स फॉलो करना जरूरी है।
- उदयगिरि गुफाओं की यात्रा में आरामदायक कपडे और जूते पहने चाहिए।
- क्योंकि गुफाओं देखने के लिए पैदल भी चलना होता है।
- गुफा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अधीन है।
- उसके कारन गुफाओं के अंदर दीवारों पर लिखे शिलालेख या चित्रों के साथ छेड़खानी ना करें।
- बारिश के मौसम में यहाँ घूमने में फिसलने के चांस अधिक होते है।
- शिलालेख या चित्रों के साथ छेड़खानी के लिए दंडात्मक कार्यवाही होती है।
- उदयगिरि गुफाओं के अंदर ज्यादा शोर नही करना चाहिए।
Udayagiri Caves Timings
उदयगिरि गुफायें घूमने जाना है तो आपको बतादे की उदयगिरि गुफाओं के खुलने का समय सुबह 9.00 बजे है। और बंध होने का समय शाम 6.00 बजे का है। आप यदि आप उदयगिरि गुफायें घूमने जाना चाहते हैं। तो सुबह नौ बजे से शाम छ बजे तक कोई भी समय में बहुत आसानी से घूम सकते है। और पर्यटकों के लिए सभी दिन उदयगिरि गुफायें खुली रहती है।
Udayagiri Caves Entry Fee
उदयगिरि गुफाओं की एंट्री फीस – उदयगिरि गुफाओं में पर्यटकों के प्रवेश या घूमने के लिए कोई भी शुल्क नही लिया जाता है।

इसके बारेमे भी जानिए – शिवाजी महाराज का जन्मस्थल शिवनेरी किले की जानकारी
Udayagiri Caves Structure
उदयगिरि की गुफाएँ की संरचना – उदयगिरि गुफाओं की कुल संख्या 20 है। उस सभी को धार्मिक संप्रदायों के आधार से विभाजित किया है। उसमें से सात शैव धर्म, नौ वैष्णववाद और तीन शैववाद को समर्पित हैं। उसमे कुछ गुफाओं में शिलालेख तो कुछ में मूर्तियां हैं। गुफाओं की संख्या 1, 3, 4, 6 और 13 में ज्यादा मूर्तियां और शिलालेख हैं। एव गुफा क्रमांक 19 सबसे बड़ी है। गुफाओं में चट्टानों को काटकर बनाई पानी की टंकियां हैं। तो कुछ के शीर्ष पर मंदिर और स्मारक बने हैं।
गुफा संख्या 01
यह गुफा सबसे दक्षिणी गुफा में चार स्तंभ हैं, और पीछे की दीवार पर एक देवता है।
गुफा संख्या 02
यह गुफा गुफा 1 के उत्तर में दक्षिणी समूह में स्थित है। उसमें दो पायलटों के निशान और छत के नीचे संरचनात्मक मंडप है।
गुफा संख्या 03
यह गुफा गुफाओं के केंद्रीय समूह की पहली गुफा और सादे प्रवेश द्वार और गर्भगृह के साथ भगवान स्कंद की रॉक कट छवि बनी हुई है।उस मंदिर का अधिकांश हिस्सा बर्बाद हो गया है।
गुफा संख्या 04
यह गुफा 4 शैव और शक्ति दोनों का प्रतिनिधित्व करती है। उसमे प्रभावशाली द्वार और फ्रेम बांसुरी बजाते हुए आदमी है। दूसरी तरफ आदमी गिटार बजाता है। यह गंगा और यमुना नदी के किनारे स्थित भगवान शिव को समर्पित एकमुख लिंग है। उसका मंडप नष्ट हो गया है। उदयगिरि की गुफाओं में दिखाई देती मातृकाओं के तीन समूहों में से एक है।
गुफा संख्या 05
यह गुफा एक गुफा की तरह कम और वराह या मानव-सूअर देवी पृथ्वी को बचाते हैं। पैनल में घुमावों और घटनाओं का विवरण है। कि कैसे देवी को बचाया था।
गुफा संख्या 06
यह गुफा में टी आकार का एक दरवाजा और रॉक-कट गर्भगृह है। दरवाजे पर विष्णु और शिव गंगाधर के संरक्षक और चित्र थे। वह महिषासुर का वध करने वाली देवी दुर्गा का भी प्रतिनिधित्व है। मोदक और सूंड के साथ विराजमान भगवान गणेश की आकृति है। गुफा में एक शिलालेख में उल्लेख है कि यह गुप्त वर्ष 82 (401 सीई) है।

इसके बारेमे भी जानिए – भैंसरोडगढ़ किले का इतिहास और जानकारी
गुफा संख्या 07
यह गुफा एक बड़ी जगह उसमें गुफा के पिछले हिस्से में आठ देवी माँ की आकृतियाँ हैं।प्रत्येक आकृति के सिर पर हथियार है। कार्तिकेय और गणेश की धुंधली छवियां हैं।
गुफा संख्या 08
यह गुफा 8 गुफा 7 के बाद पूर्व से पश्चिम की ओर घाटी की तरह एक मार्ग है। सीढ़ियाँ कटी हुई हैं। उनके पास शिलालेख और शेल शिलालेख भी हैं।
गुफा संख्या 9 से 11
यह गुफा को तवा गुफा कहते है क्योंकि यह तवा जैसी दिखाई देती है। आज खंडहर में परिवर्तित गुफा में मंडप के साक्ष्य और निशान हैं। गुफा के शीर्ष छत पर 4.5 फीट कमल की नक्काशी है।
गुफा संख्या 12
यह गुफा एक वैष्णववाद गुफा है यहाँ भगवान विष्णु के मानव-शेर अवतार नरसिंह की आकृति है। मौजूद शिलालेखों के साथ एक चट्टान में खोदा गया था। ये शिलालेख शंख लिपि में हैं और यद्यपि यह अभी तक समझ में नहीं आया है। गुफाओं के निर्माण से पहले यह स्थान शाब्दिक लोगों से बसा हुआ था। उसके पश्यात कब्जा कर लिया गया था।
गुफा संख्या 13
यह गुफा में भगवान विष्णु के चित्रण के साथ अनंतसयन का एक पैनल है। विष्णु की आकृति के नीचे दो पुरुष हैं। भगवान के सामने घुटने टेकने वाले लोगों में से एक स्वयं राजा चंद्रगुप्त द्वितीय और दूसरा उनके मंत्री वीरसेन हैं।

इसके बारेमे भी जानिए – मध्य प्रदेश का हनुवंतिया टापू घूमने की संपूर्ण जानकारी
गुफा संख्या 14
यह गुफा यह समूह की अंतिम गुफा और उसमें एक छोटा वर्गाकार अवकाश कक्ष है। उसके सिर्फ दो पक्ष संरक्षित हैं। गुफाएं 15-18 छोटी वर्गाकार गुफाओं का एक गुच्छा है जो अधिकतर डिजाइन में एक दूसरे से अलग दिखाई देते हैं।
गुफा संख्या 15 से 18
यह गुफा 15 में अलग गर्भगृह या पीठ नहीं है। गुफा 16 में पीठ और प्रतिमा आधारित एक शैव धर्म से संबंधित है। गुफा 17 में गणेश छवि और महिषासुर-मर्दिनी है। छत पर कमल का पैटर्न है। गुफा 18 अपने चतुर्भुज गणेश के लिए प्रसिद्ध है।
गुफा संख्या 19
यह गुफा लॉट में सबसे बड़ी गुफा और उसको अमृता गुफा कहते है। उसमें चार सींग वाले और पंखों वाले जीवों की नक्काशी के स्तंभ हैं। दूसरी गुफाओं की तुलना में ज्यादा अलंकृत है। उसमें एक मंडप के साथ बहुत बड़ा मंदिर है। आज यह खंडहर में है। देवी गंगा और यमुना की विस्तृत कथाएँ हैं। और गुफा की दीवारों पर उकेरी गई हिंदू पौराणिक कथाओं की कहानियाँ और दो शिव लिंग हैं।
गुफा संख्या 20
यह गुफा समूह की एकमात्र गुफा जो जैन धर्म को समर्पित है। उत्तर-पश्चिम की ओर स्थित गुफा में प्रवेश द्वार के पास सर्प हुड के नीचे बैठे जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ की आकृति है। उसको 5 अलग-अलग कमरों में बांटा गया है। उसके अलावा गुप्त राजाओं के बारे में शिलालेख दिखाई देते हैं। उसमें जीना राहतें पर खुदी हुई छत्रों की नक्काशी है।

इसके बारेमे भी जानिए – कन्याकुमारी का मुख्य पर्यटन स्थल विवेकानन्द रॉक मेमोरियल
How To Reach Udayagiri Caves
ट्रेन से उदयगिरि गुफा कैसे पहुंचे
How to reach Udayagiri Caves by Train –
विदिशा और साँची रेलवे स्टेशन उदयगिरी गुफाएं के नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो गुफाओं से 6 और 9 किलोमीटर दूर स्थित है। दोनों रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन नही हों तो आप भोपाल के लिए ट्रेन ले सकते है। वह भारत के सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। स्टेशन से आप सिर्फ रु. में एक ऑटो किराए पर ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से उदयगिरि की गुफाओं तक कैसे पहुंचे
How to reach Udayagiri Caves by Road –
उदयगिरी गुफाएं विदिशा और साँची के माध्यम से मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। भोपाल शहर से विदिशा के लिए नियमित बसें हैं और यह लगभग 1 घंटे की यात्रा है। वहाँ से पर्यटक बस, टेक्सी या पर्सनल कार से उदयगिरी गुफाएं की यात्रा करना काफी आसान और आरामदायक है।
फ्लाइट से उदयगिरि गुफाओं तक कैसे पहुंचे
How to reach Udayagiri Caves by Flight –
फ्लाइट से ट्रेवल करके उदयगिरी केव्स जाने में बता दे की उदयगिरी गुफाओं के लिए कोई सीधी फ्लाइट नही हैं। आपको भोपाल के राजा भोज हवाई अड्डे से फ्लाइट लेनी होती है। यह एयरपोर्ट उदयगिरी केव्स का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। वह गुफाओं से 60 कि.मी दूर स्थित है। एयरपोर्ट पहुंच केब, टेक्सी या स्थानीय वाहनों से जा सकते है।

इसके बारेमे भी जानिए – नारायणी माता मंदिर और दर्शन की सम्पूर्ण जानकारी
Udayagiri Caves Map उदयगिरि गुफाएँ का लोकेशन
Udayagiri Caves Information In Hindi Video
Interesting Facts About Udayagiri Caves
- उदयगिरि गुफा जैन भिक्षुओं के गुरु का निवास स्थल हुआ करता था।
- उदयगिरि की गुफाएँ एक जैन धर्म और बाकी हिंदू धर्म को समर्पित है।
- पांचवीं गुफा भगवान विष्णु की प्राचीन स्मारक प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।
- यह 5वीं शताब्दी का स्मारक रॉक शेल्टर, पेट्रोग्लिफ्स, एपिग्राफ, किलेबंदी का घर है।
- उदयगिरि की गुफाएँ का निर्माण गुप्त नरेशों ने 250 से 410 ई. पू करवाया था।
- यहाँ भारत के कुछ प्राचीनतम हिन्दू मन्दिर और चित्र मौजूद हैं।
FAQ
Q .प्रसिद्ध उदयगिरि गुफा कहाँ है?
उदयगिरि, विदिशा जिला, मध्य प्रदेश
Q .उदयगिरि की गुफा की खोज किसने की थी?
उदयगिरि की गुफा का निर्माण चंद्रगुप्त द्वितीय के शासन में हुआ था।
Q .उदयगिरि पर्वत कहां पर है?
उदयगिरि पर्वत ओडीशा के भुवनेश्वर के पास स्थित हैं।
Q .उदयगिरि की गुफा किस राज्य में है?
मध्य प्रदेश
Q .उदयगिरि की गुफाएं किस काल की है?
उदयगिरि की गुफाएं 5वीं शताब्दी के आरम्भिक काल की हैं
Q .उदयगिरि की मूर्तियां किस धर्म से संबंधित है?
हिन्दू धर्म, जैन धर्म
Q .बाघ गुफा में सबसे महत्वपूर्ण चित्र कौन सा है?
भित्तिचित्रों
Q .उदयगिरि में कितनी गुफाएं हैं?
उदयगिरि में कुल 20 गुफाएँ हैं।
Conclusion
आपको मेरा लेख Udaygiri ki gufayen hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये Udayagiri caves in hindi, Udayagiri caves to bhopal
और Udayagiri caves distance से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
आपके पास Udayagiri caves bhubaneswar की जानकारी हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
! साइट पर आने के लिए आपका धन्यवाद !
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें !
Google Search
Udayagiri and khandagiri caves
Udayagiri fort
Nellore to udayagiri bus timings
Udayagiri pincode
Udayagiri hospital changanacherry
Sanchi stupa
Udayagiri police station mysore
Udayagiri multi speciality hospital
Bhojpur temple
Udayagiri caves upsc
Udayagiri caves to sanchi distance
उदयगिरि की पहाड़ी
Udayagiri caves built by
Udayagiri hills
उदयगिरि का युद्ध
उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएं, भुवनेश्वर
इसके बारेमे भी जानिए – नारायणी माता मंदिर और दर्शन की सम्पूर्ण जानकारी