Sikandar Lodi Tomb History In Hindi Delhi

Sikandar Lodi Tomb History In Hindi Delhi | सिकंदर लोदी का मकबरा

sikandar lodi tomb दिल्ही में स्थित है सिकंदर लोधी का मकबरा दिल्ही के उद्यानों के हरे-भरे फूलो के गार्डन के बिच में स्थित है। यह मकबरा बहोत भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करके अपनी और खिंच लाता है। सिकंदर लोधी ,लोधी वंश का दूसरा शासक था और यह मकबरा लोधी के नाम समर्पित है। 

दिल्ही के इस सिकंदर लोधी के मकबरे में सिकंदर लोधी की कब्र है यह मकबरा दिल्ही के दक्षिणी क्षेत्र के खैरपुर गांव में स्थित है। यह लोधी का मकबरा इंडो -इस्लामिक स्थापत्य शैली का अच्छा उदाहरण मौजूद है दिल्ही के प्राचीन और आकर्षक स्थलों में से एक है। 

सिकंदर लोधी का मकबरा एक उत्थानित आयताकार बरामदे में मौजूद है मकबरे के तीनो तरफ तीन लंबे मेहरबो के साथ निर्माण किया गया है। और यह अन्य सभी कक्ष की तरफ ले जाता है। अगर आप भी सिकंदर लोधी के मकबरे के बारे में जानना चाहते है तो आप इस आर्टिकल को पढ़े। 

मकबरे का नाम  सिकंदर लोधी मकबरा 
राज्य  दिल्ही 
स्थान  खैरपुर गांव
निर्माणकर्ता  इब्राहिम लोधी
निर्माणकाल  ई.स 1517
निर्माण में लगा समय  करीबन 1 साल
मकबरे की वास्तुकला  इंडो -इस्लामिक शैली 

Sikandar Lodi Tomb History In Hindi –

सिकंदर लोदी का मकबरा
सिकंदर लोदी का मकबरा

लोधी के मकबरे का निर्माण लोधी के पुत्र इब्राहिम लोधी ने करवाया था। मकबरे का निर्माण ई.स 1517 में सिकंदर के अवसान के बाद किया गया था। सिकंदर लोधी के मकबरे में निर्मित दो गुंबद की वास्तुकला को देखने के बाद ऐसा लगता है की यह मकबरा दो मंजिला है। sikandar lodi history की बात करे तो मकबरा एक प्राचीन ऐतिहासिक स्मारक है यह स्मारक इतिहास प्रेमियों के लिए एक प्रसिद्ध और आकर्षक जगह है यह मकबरे का स्थान दिल्ही में महत्व पूर्ण स्थान है।

लोधी का मकबरा भारतीय मुग़ल शैली का एक मुख्य नमूना है। सिकंदर लोधी वह लोधी वंश का दूसरा शासक था। सिकंदर लोधी के पिता बहलोल लोधी के अवसान के बाद सिकंदर लोधी ने ई.स 1489-1517 के बिच के समय दौरान शासन किया था। ई.स 1517 में सिकंदर लोधी के अवसान के बाद उसके पुत्र इब्राहिम लोधी ने अपने पिता की याद में  मकबरे का निर्माण करवाया था। इस मकबरे का निर्माण करने में करीबन एक साल का समय लगा था।

इस मकबरे का निर्माण अष्टकोणीय आकार का बनवाया गया है। सिकंदर लोधी का मकबरा आशिंक रूप से मुहम्मद शाह के मकबरे से प्रेरित होकर बनाया गया है यह मकबरा अन्य मुग़ल इमारतों की तरह बारा गुंबद और शीश गुंबद के साथ उद्यान का निर्माण किया गया है। 

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Sikandar Lodi Tomb की वास्तुकला –

  • दिल्ही में स्थित सिकंदर लोधी का मकबरा एक प्रसिद्ध स्मारक है।
  • मकबरे का सुंदर और आकर्षक बाड़ा गुंबद और शीश गुंबद है।
  • मकबरे का बाड़ा गुंबद का मतलब होता है बड़ा गुंबद। मकबरे में एक प्रवेश ध्वार है।
  • जो तीन गुंबद वाली मज्जिदो को जोड़ता है। मकबरे का शीश गुंबद कांच का बना हुवा है।
  • जिसमे चमकीले पथ्थर लगाए गए है और वह सुंदर और शानदार चमकते है और इसका नाम शीश गुंबद नाम रखा गया है। 

सिकंदर लोदी के मकबरे की विशेष बाते –

दिल्ही की यात्रा के लिए जाये तो आप दिल्ही में स्थित सिकंदर लोधी की याद में बना लोधी के मकबरे की मुलाकात अवश्य ले क्योकि यह मकबरा ऐतिहासिक प्रेमियों के लिए यह स्मारक बहोत शानदार और सुन्दर है। सिकंदर लोधी का मकबरा मुग़ल वास्तुकला का एक शानदार नमूना है और यह वास्तुशिल्पीयो के लिए एक उत्तम स्थान है। मकबरे के अलावा लोधी उध्यान का 90 एकड़ का क्षेत्र मुहम्मद शाह और शीश गुंबद के कमरे जैसे अन्य ऐतिहासिक इमारतों को भी शामिल कर देता है। 

tomb of sikandar lodi करीबन 100 मीटर की दुरी पर बारा गुंबद स्थित है लोधी का मकबरा लोधी उध्यान की विशाल क्षेत्र की हरियाली के मध्यमे मौजूद है। यह मकबरे को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक इस स्थान पर घूमने के लिए आते रहते है। लोधी उध्यान में पर्यटक शांति भरे कुछ समय बिताकर शांति का अनुभव करते है अगर आप इस मकबरे में सुबह के समय जाये तो गार्डन की पूरी सैर कर सकते है। 

Sikandar Lodi Tomb History
Sikandar Lodi Tomb History

सिकंदर लोदी के मकबरा का प्रवेश शुल्क – 

sikander lodhi में भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 25 रु है और विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 200 रू चुकाना पड़ता है। मकबरे की तस्वीरो का शुल्क नहीं देना पड़ता लेकिन वीडियो शूट के लिए 25 रु शुल्क देना पड़ता है। 

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सिकंदर लोदी के मकबरे के खुलने और बंद होने का समय –

sikandar lodi के मकबरा सप्ताह में सभी दिनों में पर्यटकों को प्रवेश मिलता है।

मकबरा सुबह 5 बजे खुलता है और शाम के 8 बजे के समय के दौरान मकबरा बंध हो जाता है। 

सिकंदर लोदी मकबरा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय –

  • आप दिल्ही में tomb of sikandar lodi की यात्रा करना चाहते है तो आपको बता दे।
  • की दिल्ही में यात्रा करने का अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का समय बहोत अच्छा रहता है।
  • दिल्ही में गर्मियों के समय में बहोत अधिक पर्यटकों परेशानी होती है।
  • इसलिए पर्यटकों को गर्मी के मौसम में दिल्ही की यात्रा करना बहोत कठिन होता है।
  • इसलिए आप थोड़ा बारिश के मौसम में यानि शर्दियो के मौसम में दिल्ही की यात्रा कर सकते है।
  • दिल्ही के अन्य पर्यटन स्थलों की यात्रा करना चाहते  है तो आप शर्दियो के मौसम में जाना चाहिए। 
Sikandar Lodi Tomb
Sikandar Lodi Tomb

सिकंदर लोदी के मकबरे के नजदीकी पर्यटन स्थल –

  • हुमायु का मकबरा
  • लॉटस टैम्पल
  • क़ुतुब मीनार दिल्ही
  • राट्रीय स्मारक इंडिया गेट
  • इस्कॉन मंदिर
  • दिल्ही का लाल किला
  • जंतर मंतर दिल्ही

Sikandar Lodi Tomb दिल्ली कैसे पहुँचे –

अगर आप सिकंदर लोधी के मकबरे की यात्रा करने के लिए आप हवाई मार्ग ,

ट्रेन मार्ग और सड़क मार्ग से आप इस मकबरे की यात्रा कर सकते है। 

सिकंदर लोदी हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे :

हवाई मार्ग से जाने के लिए दिल्ही में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा शहर के पश्चिम क्षेत्र में स्थित है।

यह हवाई अड्डा दुनियाके बड़े हवाई अड्डों में से एक है। इंदिरा हवाई अड्डे में तीन ऑपरेशन टर्मिनल है।

टर्मिनल 1 C / 1 D यह टर्मिनल गरेलु टर्मिनल है जिसका उपयोग इंडिगो ,स्पाइसजेट और गोएयर का इस्तेमाल किया जाता है। टर्मिनल 3  ध्वारा आंतरराट्रीय उड़ानों और घरेलु प्राइवेट और एयर इंडिया और टर्मिनल 2 के इस्तेमाल से किये जाने वाले टर्मिनल 3 के दौरान किया जाता है।

हवाई अड्डे से प्रमुख शहर की यात्रा करने के लिए पर्यटक टर्मिनल 3 से दौड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस  इस्तेमाल कर सकते है। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या कैब के इस्तेमाल करके सिकंदर लोदी के मकबरे तक पहुँच सकते है। 

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Sikandar Lodi Tomb History In Hindi
Sikandar Lodi Tomb History In Hindi

ट्रेन मार्ग से सिकंदर लोदी दिल्ही कैसे पहुंचे

sikandar lodhi के मकबरे तक जाने के लिए आपने lodhi metro station का चुनाव किया हैं तो हम आपको बता दें कि दिल्ली रेलवे जंक्शन पुरानी दिल्ली में स्थित हैं। इसके अलावा हज़रत निज़ामुद्दीन और आनंद विहार रेलवे स्टेशन दिल्ली के अन्य रेलवे स्टेशन हैं। आप इनमे से किसी भी स्टेशन का चुनाव कर सकते हैं और दिल्ली में चलने वाले स्थानीय साधनों की मदद से सिकंदर लोधी तक पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग से सिकंदर लोदी दिल्ही कैसे पहुंचे :

tomb of sikandar lodi तक जाने के लिए आपने सड़क मार्ग की योजना बनाई हैं तो बता दें कि दिल्ली अपने आसपास के सभी शहरो से सड़क मार्ग के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ। आप बस या अन्य किसी साधन से अक्षरधाम  मंदिर तक आसानी से पहुँच जाएंगे। दिल्ही में कई बस टर्मिनल परिवहन निगम है जिसमे कश्मीरी गेट जिसको आईएसबीटी जिसेको “आईएसबीटी के नाम से भी पहचाना जाता है और यह दिल्ही का सबसे बड़ा टर्मिनल है।

इसके अलावा दिल्ही में सराय काले खान आईएसबीटी जो हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के नजदीकी है।

आनंद विहार आईएसबीटी, बीकानेर हाउस और इंडिया गेट के नजदीकी है।

मंडी हाउस , बाराखंभा रोड के नजदीकी मजनू दी टीला स्थित है।

यहा से आप टैक्सी या कैब के इस्तेमाल करके सिकंदर लोधी के मकबरे तक पहुँच सकते है।

Sikandar Lodi Tomb Delhi Map –


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Sikandar Lodi Tumb Video –

सिकंदर लोधी मकबरे का प्रश्न –

1 . सिकंदर लोधी का मकबरा कहा स्थित है ?

सिकंदर लोधी मकबरा दिल्ही के दक्षिणी क्षेत्र के खैरपुर गांव में स्थित है। सिकंदर लोधी का मकबरा दिल्ही में स्थित है सिकंदर लोधी का मकबरा दिल्ही के उद्यानों के हरे-भरे फूलो के गार्डन के बिच में स्थित है।

2 . सिकंदर लोधी का मकबरे का निर्माण किसने करवाया था ?

 ई.स 1517 में सिकंदर लोधी के अवसान के बाद उसके पुत्र इब्राहिम लोधी ने अपने पिता की याद में  मकबरे का निर्माण करवाया था।

3 . सिकंदर लोधी के मकबरे के निर्माण में कितना समय लगा था ?

सिकंदर लोधी के मकबरे का निर्माण करने में करीबन एक साल का समय लगा था।

4 . सिकंदर लोधी के मकबरे का निर्माण किसने करवाया था ?

सिकंदर लोधी के अवसान के बाद सिकंदर लोधी के पुत्र इब्राहिम लोधी ने अपने पिता की याद में  मकबरे का निर्माण करवाया था।

5 . सिकंदर लोधी ने कितने साल शासन किया था ?

सिकंदर लोधी के पिता बहलोल लोधी के अवसान के बाद सिकंदर लोधी ने

ई.स 1489-1517 के बिच के समय दौरान शासन किया था।

6 . सिकंदर लोधी मकबरे से बारा गुंबद कितनी दुरी पर स्थित है ?

सिकंदर लोधी मकबरे से बारा गुंबद करीबन 100 मीटर की दुरी पर बारा गुंबद स्थित है। 

7 . सिकंदर लोधी मकबरे की वास्तुकला कौनसी है ?

सिकंदर लोधी का निर्माण इंडो -इस्लामिक स्थापत्य शैली में बनाया गया है। 

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Conclusion – 

दोस्तों उम्मीद करता हु आपको मेरा ये लेख sikandar lodi history के बारे में पूरी तरह से समज आ गया होगा। इस लेख के द्वारा हमने sikandar lodi tomb के बारे में जानकारी दी अगर आपको इस तरह के अन्य ऐतिहासिक स्थल और प्राचीन स्मारकों की जानकरी पाना चाहते है तो आप हमें कमेंट करे। आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा बताइयेगा और अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे। धन्यवाद।