Shaniwar Wada in Hindi में आपका स्वागत है। भारत देश की एतिहासिक धरोहर Shaniwar Wada Fort पुणे, महाराष्ट्र का एक मुख्य पर्यटक स्थान है। 1732 में बनाया गया शनिवार वाडा पुणे का प्रसिद्ध महल पेशवाओं शासन काल और शिवाजी महाराज का इतिहास और उसकी महिमा को उजागर करता है। यह किला मराठाओ के शाही शासन और वास्तुकला का एक बेजोड़ उदाहरण है। 18 वीं शताब्दी में मराठा पेशवाओं के उदयकाल में शनिवार वाडा फोर्ट भारतीय राजनीति का मुख्य केंद्र था।
यह स्थान से मराठा शासक- छत्रपति साहू के पेशवा बाजीराव ने प्रधान मंत्री के रूप फर्ज निभाया था। उस लिखे की बनावट के समय पुरे शहर को कवर किया गया था। लेकिन आज के समय में सिर्फ 626 एकड़ ही रह गया है। छल एव विश्वासघात की कहानियों से भरा शनिवार वाड़ा पेशवाओं की वीरता, भव्यता और न्यायपूर्ण शासन की निशानी के रूप में आज भी खड़ा दिखाई देता है। तो चलिए भारत के सबसे डरावनी एव रहस्यमयी जगहों Top Most Haunted Places Of India में शामिल Shaniwar Wada Fort Pune History In Hindi बताते है।
राज्य | महाराष्ट्र |
स्थापित | 1732 |
निकटतम नगर | पुणे |
क्षेत्रफल | 626 एकड़ |
सञ्चालन | महाराष्ट्र वन विभाग |
किले का नाम | शनिवार वाड़ा किला |
Table of Contents
Shaniwar Wada History in Hindi
आपको शनिवार वाड़ा का इतिहास बताये तो उसका निर्माण बाजीराव प्रथम 18वीं शताब्दी में करवाया था। वह मराठा शासक छत्रपति साहू प्रधान मंत्री थे। उसका निर्माण पहले पत्थर से शुरू किया था। लेकिन कुछ लोगों के विरोध करने के कारन उसे बदल दिया गया और ईंटों से उसे बनाया था। उसके निर्माण तक़रीबन दो साल का समय लगा था। यह किला मराठा शाही वास्तुकला एव मुगल वास्तुकला की मिश्र बनावट है। 1791 की साल में किले में बड़ी आग लगी थी।
जिसमे महल के कई हिस्से नष्ट हुए थे। बाद में 1808 में आग के विस्फोट ने कई दस्तावेजों और महत्वपूर्ण कलाकृतियों को जलाकर खाक करदिया था। 1812 में लगी एक आग ने महल की दो मंजिलों समाप्त कर दिया था। उसके बाद 1813 में एक बार फिर आग लगी जिसमे परिणामस्वरूप सभी शीर्ष मंजिलें ध्वस्त होगया था। 1828 की साल में फिर से एक आग लगी थी। उस आग ने महल को खंडहर के रूप में परिवर्तित कर दिया था।

शनिवार वाड़ा यात्रा की टिप्स –
- अगर आप फ्रेंड्स एव फैमली के साथ यह स्थान पर घूमने जाते है।
- शनिवार वाड़ा घूमने में परेशानी या दिक्कत का सामान नै करना पड़े इसी लिए।
- उस समय आप पानी की बोतल की व्यवस्था जरूर करे ।
- अगर आप गर्मियों के मौसम में गुमने जाते है तो वहा का तापमान ज्यादा होता है।
- उसी लिए आपको अप्रैल और मई में शनिवार वाड़ा नहीं जाना चाहिए।
- वहा का रास्ता ऊबड़-खाबड़ है इसीलिए आरामदायक जूते ही पहनकर जाये।
- बच्चों और विकलांग लोगों को वह जाने से बचना चाहिए।
- शनिवार वाड़ा किले के परिसर में कोई भोजन या पानी उपलब्ध नहीं है।
- आप को यहाँ जाने के लिए सुबह या शाम का समय पसंद करना चाहिए।
Shaniwar Wada Fort Construction and Structure
शनिवार वाड़ा का निर्माण और वास्तुकला की बात करे तो उसका निर्माण 10 जनवरी 1730 को पेशवा बाजी राव ने उसकी नींव रखी थी। महल का नाम करन शनिवार वाडा मराठी शब्द शनिवार एव वाडा जिसका मतलब आवासीय परिसर होता है। यह किला मराठा वास्तुकला और मुगल वास्तुकला का मिश्रा निर्माण है। उसका मुख्य दरवाजा दिल्ली दरवाजा के नाम से जाना जाता है। उसमे लोहे की कील का उपयोग हुआ है। क्योकि दुश्मन के आक्रमण को रोकने के लिए लोहा बहुत जरुरी था।
यह दिल्ली दरवाजा का निर्मणा उतना बड़ा करवाया गया है की चलता हुआ हाथी बहुत आसानी से महल में प्रवेश कर सकता है। यह द्वार पर ऊपर की और छोटा गलियारा मौजूद है। उसकी बनावट मुगल वास्तुकला से लेकरके एक गुंबद के आकार में बनाई गई है। शनिवार वाड़ा किले के चार द्वार है। जिसको नारायण दरवाजा, गणेश दरवाजा, मस्तानी दरवाजा और खिडकी दरवाजा के नाम से पहचाना जाता है। महल की दीवारों पर मुगल स्थापत्य शैली से मिलती फूलों पेंटिंग एव नक्काशी जुलती दिखाई देती है।
धार्मिकता की बात करे तो उसमे महाभारत एव रामायण के दृश्य भी अंकित किये गए दिखाई देते है। उसके दरवाजे और खिड़कियां गुंबद के आकार में बने मुगल वास्तुकला का प्रमाण देते है। पुरातत्वविदों का कहना है की नष्ट होने से पहले किला छह मंजिला हुआ करता था। किले के बगीचे में 16 पंखुड़ियों वाला कमल भी देखने को मिलता है।

महल में पांच दरवाजे-
शनिवार वाडा में कुल पांच दरवाजे बनाये हैं। पहला दिल्ली दरवाजा, दूसरा मस्तानी दरवाजा, तीसरा खिड़की दरवाजा, चौथा को नारायण दरवाजा और पांचवें को गणेश दरवाजा कहते हैं। महल का सबसे विभाग थरोलिया दीवान खाना, डांसिंग हाल और जूना अरसा महल है। शनिवार और रविवार के दिन यहां सब से ज्यादा भीड़ रहती है।
किले के निर्माण में लागत –
शनिवार वाड़ा का प्रवेश शुल्क –
Entry Fee of shaniwar wada kila की जानकरी बताये यात्रियों के लिए अलग अलग शुल्क रखा है। जैसे की हमारे भारतीय पर्यटकों के लिए 5 रूपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 125 रूपये का शुल्क लिया जाता है। यह सिर्फ उसमे प्रवेश का शुल्क है। अगर आपको इट एंड साउंड शो के लिए प्रवेश करना हो तो आपको अलग से पैसे देने होते है।

Shaniwar Wada Fort Timings In Hindi –
अगर आप किसी स्थान पर गुमने कल िये जाते है। तो उसका शुरू और बंद होने का समय जरूर पता होना चाहिए। वैसे ही शनिवार वाड़ा की टाइमिंग बताये तो शनिवार वाड़ा किला हररोज सुबह 8:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। उस समय में आप बहुत आसानी से घूम – फिर सकते है।
शनिवार वाड़ा घूमने का सबसे अच्छा समय –
आप Best Time To Visit Shaniwar Wada की तलाश में है। तो वैसे तो पुरे वर्ष में शनिवार वाड़ा घूमने जा सकते है। लेकिन सबसे अच्छा समय बातये तो सितंबर, अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक का समय ही सबसे अच्छा माना जाता है। उस समय शनिवार वाड़ा फोर्ट का मौसम बहुत ही सुहावना होता है। उस समय में यह ऐतिहासिक महल को चारचांद लगे है। ऐसा प्रतीत होता है।
नजदीकी पर्यटक स्थल –
अगर आप शनिवार वाड़ा घूमने जाते है। तो आपको वह के नजदीकी पर्यटक की जानकारी होना बहुत जरुरी है। क्योकि उसके नजदीकी पर्यटक स्थल बहुत ही लाजवाब एव एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल देखने योग्य है। जिको देख के आपको बहुत ही आनंद मिल सकता है। पुणे शनिवार वाड़ा के स्थानों की सुंदरता भी देखनी चाहिए जो आपके मन को आनंद से भरेंगे।

- केलकर संग्रहालय
- शवा उद्यान चिड़ियाघर
- राजगढ़ किला
- लाल महल
- आगा खान पैलेस
- सिंहगढ़ किला
- पार्वती हिल
- द एम्प्रेस गार्ड
- पश्चिमी घाट
- शिवनेरी किला
Shaniwar Wada Fort Haunted Story in Hindi –
शनिवारवाड़ा किला अपनी विशाल बनावट के लिए प्रसिद्ध नहीं है। लेकिन shaniwar wada story देखे तो अपनी हॉन्टेड स्टोरी/ डरावनी घटनाओ के लिए प्रसिद्ध है। भारत की सबसे डरावनी जगहोने स्थान दिया गया है। क्योकि यह किला भारत के सबसे डरावने किलों में से एक भी कहा जाता है। पूर्णिमा की रात को शनिवारवाड़ा किला अलौकिक गतिविधि बहुत ज्यादा हावी होती रहती है।
उसकी भूतिया कहानिया में ऐसा कहा जाता है। की एक राजकुमार की शनिवारवाड़ा किला में निर्दयतापूर्वक हत्या हुई थी। उस राजकुमार की आत्मा यहाँ भटकती है। एव कुछ समय किले से चीखने की आवाजें भी सुनाई देती है। यह कहानी में इतिहास के दो मत है। १७ वर्ष के बालक नारायण राव की हत्या के पश्यात यह स्थान पर कई समय आग भी लग चुकी है।
Shaniwar Wada Light and Sound Show in Hindi –
पहले यह स्थान पर ज्यादा विज़िटर नहीं आते थे। लेकिन हमारे सरकार श्री ने 1.25 करोड़ रुपये की कुल लागत से यह स्थन पर एक लाइट एंड साउंड शो को स्थापित किया था। उस से लोगो को शनिवार वाड़ा किला के इतिहास के बारे सूचित एव शिक्षित करने में मदद मिली है। आज के समय में लाइट एंड साउंड शो यहाँ का मुख्य आकर्षण केंद्र बना हुआ है। लाइट एंड साउंड शो का आयोजित हर शाम को हुआ करता है।

लाइट एंड साउंड शो की टाइमिंग –
शाम को होने वाले लाइट एंड साउंड शो के दो शो हुआ करते है।
जिसमे मराठी शो का समय शाम 7:15 बजे से रात 8:10 बजे तक रहता है।
और अंग्रेजी शो का समय रात 8:15 बजे से रात 9:10 बजे तक रहता है।
आप अपने हिसाब से यह गतिविधि मे जरूर हिस्सा ले बहुत आनंद दायक होता है।
लाइट एंड साउंड शो की एंट्री फीस
यह दोनों शो के लिए प्रवेश शुल्क 25 रूपये प्रति व्यक्ति रखा गया है।
पुणे शहर का स्थानीय और प्रसिद्ध भोजन –
आपको Famous & Local Food की जानकरी बताये तो यह शहर बहुत ही लाजवाब शहर है। और उसमे सभी भोजन आपको उपलब्ध होते है। जिसमे कई स्वादिष्ट व्यंजन का मजा आप ले सकते है। आप होटल & रेस्टोरेंट के साथ साथ सड़कों पर उपलब्ध पूरन पोली, दाबेली, भेल पुरी, मिसल पाव, पोहा, वड़ा पाव, पाव भाजी और पिथला भकरी जैसी कई स्वादिष्ट खाने का मजा आप ले सकते है।
पुणे में रुकने के लिए होटल्स –
अगर आप शनिवारवाड़ा किला में घूमने जाते है। तो आपको फ्रेंड्स और फैमली को ठहरने के लिए शनिवारवाड़ा किला पुणे में कम बजट से लेकर लग्जरी बजट तक की सभी प्रकार की होटल्स और गेस्ट हॉउस उपलब्ध हैं। कुछ नाम हम भी देते है। अगर पसंद है। बहुत आसानी से बुक कर सकते है।

Shaniwar Wada Pune कैसे पहुंचे –
रेलवे से शनिवार वाड़ा कैसे पहुँचे –
अगर आप शनिवार वाड़ा पुणे जाने के लिए (Train) ट्रेन यानि रेलवे मार्ग को पसंद करते है। तो आपको बतादे की पुणे रेल रेलवे स्टेशन भारत के सभी मुख्य एव बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा है। रेल रेलवे स्टेशन से एक्सप्रेस और लोकल दोनों ट्रेन पुरे दिन चलाई जाती है।जिसके चलते आप बहुत आसानी से पुणे के शनिवार वाड़ा किले तक पहुंच सकते है।
सड़क मार्ग से शनिवार वाड़ा कैसे पहुंचें –
अगर आप शनिवार वाड़ा पुणे जाने के लिए (Raod) सड़क मार्ग को पसंद करते है। तो आपको बतादे की पुणे शहर भारत के सभी शहरों से सड़कों से बहुत अच्छे से जुड़ा है। आप अगर अपने निजी वाहन से जाना चाहते है। तो भी आप पहुंच सकते है। और अगर आप बस से यात्रा करते हुए शनिवार वाड़ापुणे पहुंचना चाहते है। तो बहुत आसानी से पहुंच सकते है। आप बस की टिकट को ऑनलाइन और ऑफलाइन भी बुक करवा सकते है। महाराष्ट राज्य परिवहन के अलावा पुणे शहर की निजी बसें भी हररोज सेवाएं देती है।

फ्लाइट से शनिवार वाड़ा कैसे पहुंचे –
अगर आप शनिवार वाड़ा पुणे जाने के लिए (Flight) फ्लाइट को पसंद करते है। तो पुणे एयरपोर्ट शनिवार वाड़ा फोर्ट का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। यह भारत के सभी मुख्य शहरो के साथ साथ इंटरनेशनल फ्लाइट से जुड़ा है। यहाँ उतरकर आप अपनी पसंद से स्थानीय साधनों जैसे की टेक्सी, ऑटो और केब की सहायता से बहुत आसानी से शनिवार वाड़ा पहुंच सकते है।
Shaniwar Wada Fort Pune Maharashtra Location – शनिवार वाड़ा पुणे का मेप
Shaniwar Wada Fort Pune History In Hindi Video –
Interesting Fact –
- शनिवार वाड़ा में अमावस की रात को दर्द भरी आवाजें गूंजती है।
- लोगों के लिए यह रहस्य से कम नहीं है।
- शनिवार वाडा के पास सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का नजारा बहुत सुंदर होता हैं।
- 18 वीं शताब्दी में शनिवार वाडा किला भारतीय राजनीति का प्रमुख केंद्र हुआ करता था।
- भारत की एतिहासिक धरोहर शनिवार वाडा किला पुणे, महाराष्ट्र का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है।
- यह 7 मंजिला किले के निर्माण की जिम्मेदारी ‘कुमावत क्षत्रिय’ राजस्थान के ठेकेदारों को सौंपी गई थी।
FAQ –
Q : शनिवारवाड़ा को किसने नष्ट किया?
Ans : महल में कई समय लगी आग ने महल को नष्ट किया था।
Q : शनिवारवाड़ा के पीछे की कहानी क्या है?
Ans : एक राज कुमार की हत्या हुई थी
Q : क्या शनिवारवाड़ा भूतिया कहानी है?
Ans : हा शनिवारवाड़ा में एक भूतिया कहानी है।
Q : शनिवारवाड़ा का निर्माण किसने करवाया था?
Ans : उसका निर्माण बाजीराव प्रथम 18वीं शताब्दी में करवाया था।
Q : क्या हम शनिवार वाड़ा के अंदर जा सकते हैं?
Ans : हा हम शनिवार वाड़ा के अंदर जा सकते हैं।
Conclusion –
आपको मेरा Shaniwar Wada Fort Pune History In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये shaniwar wada haunted story in hindi और
shaniwar wada mastani mahal से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो कहै मेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note –
आपके पास shaniwar wada fort in pune या shaniwar wada horror story की कोई जानकारी हैं।
या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे / तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है।
तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
इसके बारेमे भी जानिए –
ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की जानकारी
कान्हा नेशनल पार्क की पूरी जानकारी