नमस्कार दोस्तों 10 Richest Temple in India In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम भारत के 10 सबसे अमीर मंदिर की जानकारी बताने वाले है। हमारा भारत देश देवो की भूमि है। हिन्दू धर्म भारत का मुख्य धर्म होने के कारन यहाँ हिन्दुओ के 64 करोड़ देवी-देवताओं के मंदिर बने हुए है। उसमे से कुछ प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से विश्वविख्यात के साथ साथ सबसे अमीर मंदिर भी है। उसको देखने के लिए हर साल दुनिया भर से अनेक श्र्धालु दर्शन करने और चढ़ावा चढाने के लिए आते रहते है।
भारत के हिन्दू मंदिरो में एक रूपये से लेकरके अजबो रूपये साथ साथ भक्त सोने, चांदी से लेकर हीरे के आभूषण का चढ़ावा चढ़ाते है। उस सभी मंदिरो में से हम कुछ मुख्य अमीर मंदिर की जानकारी बताएंगे। जिसमे हर साल अरबो रूपये का दान किया जाता है। और वह भारत के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल है। यहाँ नेता से लेकरके अभिनेता तक जैसे बड़े बड़े लोग दर्शन करके अपने आप को धन्यता का अनुभव देते है। तो चलिए आज हम पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के साथ सबसे अमीर मंदिरों की सूची बताते है।
Richest Temple In India In Hindi
- पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल
- तिरुपति बालाजी मंदिर
- काशी विश्वनाथ मंदिर
- वैष्णो देवी मंदिर
- सोमनाथ मंदिर गुजरात
- स्वर्ण मंदिर अमृतसर
- मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु
- साईं बाबा मंदिर शिरडी
- सबरीमाला मंदिर केरल
- सिद्धिविनायक मंदिर
- जगन्नाथ मंदिर पुरी
Padmanabhaswamy Temple Keral
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल की राजधानी में तिरुवनंतपुरम में मौजूद एक प्रमुख धार्मिक मंदिर है। यह मंदिर पर सोने की परत चढ़ाई गई है। आपको बता दे की पद्मनाभ मंदिर 108 दिव्य स्थानों में से एक माना जाता है। पद्मनाभ मंदिर में आनेवाले पर्यटक और भक्तो के लिए एक विशिस्ट प्रकार का ड्रेस पहनना पड़ता है। पद्मनाभ मंदिर के ऐसे नियमो के होते हुवे भी बड़ी भारी संख्या में भक्तो की संख्या दर्शन करने के लिए आते है। अगर आप शांति का अनुभव करना चाहते है तो आपको इस पद्मनाभ मंदिर का प्रवास करना चाहिए।

पद्मनाभ मंदिर उसके सख्त नियमो के लिए और पद्मनाभ मंदिर रहस्य से पहचाना जाता है। वैष्णववाद धर्म के पूजा करने का मुख्य स्थान है। पद्मनाभ मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार पद्मनाभ स्वामी की पूजा की जाती है। पद्मनाभ मंदिर भारत के उन मंदिरो में से एक है जहा पर फ़क्त हिन्दू धर्म लोगो को ही प्रवेश कर सकते है। पद्मनाभ मंदिर का रहस्य और मंदिर की भव्यता सब लोगो को अपनी और आकर्षित करता है। भारत के पवित्र दिव्य 108 विष्णु मंदिरो मे से एक माना जाता है। मंदिर केरल वास्तुकला और द्रविड़ीय यानि कोविल वास्तुशैली का मिश्रण है।
श्री पद्मनाभस्वामी मंदि बार्षिक संपत्ति – अंदाजित 500 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – पद्मनाभ मंदिर का इतिहास और दर्शन की जानकारी
Richest Temple In India Tirupati Balaji Temple
भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सभी तीर्थस्थलों में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले मंदिरो में तिरुपति भगवान वेंकटेश्वर मंदिर सबसे पहले है। यहाँ हमारे भारत के अलावा विदेशी पर्यटक भी तिरुपति बालाजी मंदिर दर्शन करने के लिए आते है। तिरुमाला (तिरुपति की सात पहाड़ियों में से एक) का उल्लेख प्राचीन वेदों और पुराणों में भी देखने को मिलता है। यह खेत्र हरे-भरे वनस्पतियों और छोटी पहाड़ियों से घिरा खूबसूरत शहर है। तिरुपति बालाजी का निर्माण 300 ईस्वी में शुरू हुआ था।

आंध्र प्रदेश में तिरुपति हिन्दू मंदिरों के लिए एक प्रसिद्ध स्थान है। Tirupati मे पर्यटक को कई दूसरे मंदिर भी देखने को मिलते हैं। जैसे की श्री गोविंदराजस्वामी मंदिर, श्री कालहस्ती मंदिर, परशुरामेश्वर मंदिर, इस्कॉन मंदिर और कोंडंदरमा मंदिर शामिल हैं। आपको बतादे की तिरुपति एक अद्वितीय भूवैज्ञानिक आश्चर्य का घर है। यहाँ प्राकृतिक मेहराब है। यहाँ आपको ओम नमो वेंकटेशया का निरंतर जाप, पागल तीर्थयात्री भीड़ और भगवान वेंकटेश्वर की 8 फीट ऊंची मूर्ति देखने को मिलती है। श्री वेंकटेश्वर मंदिर 26 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला सात पहाड़ियों का मंदिर कहा जाता है।
वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की बार्षिक संपति – अंदाजित 650 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और यात्रा जानकारी
Somnath Temple Gujarat
सोमनाथ मंदिर गुजरात के पश्चिमी तट पर सौराष्ट्र में वेरावल बंदरगाह के पास प्रभास पाटन में स्थित है। यह मंदिर भारत में भगवान शिव के बारह श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर में से पहला माना जाता है। यह गुजरात का एक महत्वपूर्ण तीर्थ और पर्यटनस्थल है। प्राचीन समय में इस मंदिर को कई मुस्लिम आक्रमणकारियों और पुर्तगालियों द्वारा बार-बार ध्वस्त करने के बाद वर्तमान हिंदू मंदिर का पुनर्निर्माण वास्तुकला की चालुक्य शैली में किया गया है। सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।

यह मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने किया था। उसका उल्लेख ऋग्वेद में किया गया है। इतिहासकारों का मानना है कि प्राचीन समय में गुजरात के वेरावल बंदरगाह में स्थित सोमनाथ मंदिर की महिमा एव कीर्ति दूर-दूर तक फैली थी। अरब यात्री अल बरूनी ने अपने यात्रा वृतान्त में उसका उल्लेख किया था। जिससे प्रभावित होकर महमूद गजनवी ने सन 1024 में अपने पांच हजार सैनिकों के साथ सोमनाथ मंदिर पर हमला किया और उसकी सम्पत्ति लूटकर मंदिर को पूरी तरह नष्ट कर दिया था।
सोमनाथ मंदिर की संपत्ति – अंदाजित 11 करोड़ एव 1700 एकड़ भूमि
इसके बारेमे भी पढ़िए – सोमनाथ मंदिर का इतिहास और जानकारी
Vaishno Devi Temple
वैष्णो देवी मंदिर हिमालय की पर्वतमाला में जम्मू और कश्मीर के कटरा नाम की त्रिकुटा पहाड़ियों में 5,200 फीट ऊंचाई पर स्थित है। वैष्णो देवी मंदिर में माँ आदिशक्ति के महासरस्वती, महालक्ष्मी और महाकाली नाम के रूप है। देवी वैष्णोदेवी को समर्पित प्रसिद्ध मंदिर दुनिया भर से लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। हिन्दू मान्यता के मुताबिक मंदिर में पूजा और आरती के समय, देवी माता रानी को सम्मान देने के लिए पवित्र गुफा में आती हैं। भक्तों का मानना है कि देवी स्वयं भक्तों को यहां पहुंचने के लिए बुलाती हैं।

माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का गठन 1986 में हुआ और यह धार्मिक स्थल ने हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करना शुरू किया है। ऐसा कहा जाता है कि माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा की खोज हिंदू पुजारी पंडित श्रीधर ने की थी। देवी वैष्णवी पुजारी के सपने में प्रकट हुईं और उन्हें निर्देश दिया कि यहां त्रिकुटा पहाड़ियों पर कैसे निवास किया जाए। पुजारी ने उसके निर्देश का पालन करते हुए सपने के बाद यात्रा के लिए प्रस्थान किया और गुफा को देखा था। माता वैष्णो देवी ने उन्हें दिए और चार पुत्रों का आशीर्वाद दिया था।
वैष्णो देवी मंदिर की संपत्ति – अंदाजित 500 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास और यात्रा की जानकारी
Richest Temple In India Jagannath Temple
जगन्नाथ मंदिर पुरी ओडिशा राज्य के पुरी में भारत के पूर्वी तट पर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर भगवान जगन्नाथ(lord श्री कृष्ण) को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है। यह भारत में चार धामों यानी पुरी, द्वारिका, बद्रीनाथ और रामेश्वर में से धामों (पवित्र स्थान का सबसे पवित्र स्थान) में से एक है। और पुरी विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर और सबसे लंबे गोल्डन बीच के लिए प्रसिद्ध है। जगन्नाथ पुरी मंदिर में (पुरुषोत्तम क्षेत्र) में भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र की पूजा की जाती है।

देवताओं को रत्ना सिंहासन पर विराजमान किया जाता है। श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर ओडिशा के सबसे प्रभावशाली स्मारकों में से एक है। मंदिर गंगा राजवंश के एक प्रसिद्ध राजा अनंत वर्मन चोदगंगा देव ने 12 वीं शताब्दी में समुद्र के किनारे पुरी में किया था। जगन्नाथ का प्रमुख मंदिर कलिंग वास्तुकला में निर्मित एक प्रभावशाली और अद्भुत संरचना है। मंदिर की ऊंचाई 65 मीटर है। जगन्नाथ पुरी मंदिर को एक ऊंचे मंच पर बनाया गया है। जगन्नाथ पुरी मंदिर का निर्माण कलिंग के राजा अनंतवर्मन चोडगंग देव ने किया था।
जगन्नाथ मंदिर की संपत्ति – अंदाजित 150 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – जगन्नाथ पुरी मंदिर का इतिहास और जानकारी
Kashi Vishwanath Temple
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। यह उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर में स्थित है। यह मंदिर पवित्र गंगा नदी के पश्चिमी तट पर और यह भारत के पवित्र शिव मंदिरों के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मंदिर के मुख्य देवता को विश्वनाथ या विश्वेश्वर नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है पूरे ब्रह्मांड का शासक। वाराणसी शहर को काशी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर कहा जाता है। यह बहुत पुराना और एक भव्य मंदिर है।

पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होने के कारन देश के साथ साथ विदेश से भी भक्त भगवान शिव के दर्शन एव पूजन करने के लिए आते हैं। विश्वनाथ मंदिर के भवन का निर्माण कब हुआ वह अभी तक अज्ञात है। मगर मंदिर का उल्लेख प्राचीन लिपियों और मिथकों में किया गया है। दूसरी ईस्वी में मंदिर को कई आक्रमणकारियों ने नष्ट किया था। उसके बाद एक गुजराती व्यापारी द्वारा बनवाया गया। 15 वीं एवं 16 वीं शताब्दी में अकबर के शासनकाल के दौरान मंदिर को नष्ट कर दिया गया था।
काशी विश्वनाथ मंदिर की बार्षिक आय – अंदाजित 4-5 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास और जानकारी
Golden Temple Amritsar
शिख धर्म के चौथे धर्म गुरू रामदास जी ने स्वर्ण मंदिर की नींव रखी थी। कहानी मुताबिक गुरुजी रामदास जी ने 1588 में में लाहौर के मियां मीर नाम के एक सूफी सन्त से यह गुरुद्वारे की नींव रखवाई थी। यह स्वर्ण मंदिर कई समय नष्ट भी किया गया है। लेकिन शिख धर्म के आस्था एव भक्ति की वजह से फिरसे पुनःनिर्माण करवाया गया है। और उसकी सभी घटनाओ को मंदिर में अंकित करवाया गया है। अफगा़न आक्रमण ने 11 मी शताब्दी में स्वर्ण मंदिर को पूरीतरह से नस्ट करदिया गया था।

उसके बाद महाराज सरदार जस्सा सिंह अहलुवालिया ने उन्हें फिरसे बनाया और उस पर सोने की परत लगाई थी । 1984 में आतंकी भिंडरावाले ने उसपर कब्ज़ा कर लिया था। लेकिन भारतीय सेना ने अंदर घुसकर ही इस आतंकी को खत्म कर दिया था। शिखो के चौथे गुरू रामदास ने स्वर्ण मंदिर को 1577 में 500 बीघा में बनाने की शुरुआत की थी। और शिखो के पांचवे गुरू अर्जन देव जी ने टैंक और पवित्र सरोवर के बीच में स्वर्ण मंदिर यानि हरमंदिर साहिब यानि को बनाया और सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ को स्थापित किया था।
स्वर्ण मंदिर की बार्षिक आय – अंदाजित 500 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – स्वर्ण मंदिर अमृतसर का इतिहास और जानकारी
Richest Temple In India Siddhivinayak Temple
सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई के प्रभादेवी विस्तार में सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है। मंदिर का निर्माण वर्ष 1801 में लक्ष्मण विथु और देउबाई पाटिल ने करवाया था। यह मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध होने के कारन देश-विदेश से लोग श्री गणेश भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। भगवान सिद्धिविनायक बांझ महिलाओं की इच्छाओं को पूरा करते है। सिद्दिविनायक मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति को स्वयं प्रकट और इच्छाओं को पूरा करने वाला माना जाता है।

मंदिर में एक छोटा गर्भगृह है। उसमें ढाई फीट चौड़ी है और काले पत्थर के एक टुकड़े से बनी श्री गणेश की मूर्ति है। यह मंदिर बहुत लोकप्रिय स्थिति प्राप्त कर चूका है क्योंकि गणेश की पूजा करने के लिए यहाँ फिल्मी सितारे और उद्योग भी आया करते है। यह मुंबई का सबसे अमीर मंदिर भी है क्योंकि इसे हर साल दुनिया भर के भक्तों से 100 मिलियन रुपये का दान मिलता है। सिद्धिविनायक मंदिर एक 6 मंजिला इमारत है जिसके शीर्ष पर एक गुंबद है। यह प्रमुख गुंबद सोने से मढ़वाया गया है और मंदिर के आकर्षण को बढ़ाता है।
सिद्धिविनायक मंदिर की सम्पत्ति – अंदाजित 125 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – सिद्दिविनायक मंदिर का इतिहास और दर्शन की जानकारी
Meenakshi Temple Tamil Nadu
मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु के शहर मदुरई में वैगई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। उसका निर्माण 1623 और 1655 के बीच किया गया था। उसकी अद्भुत वास्तुकला विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। मीनाक्षी मंदिर मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित है। उसमे मीनाक्षी और उनके पति को सुंदरेश्वर (शिव) के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर देश के बाकि मंदिरों से काफी अलग है क्योंकि इस मंदिर में शिव और देवी पार्वती दोनों की एक साथ पूजा की जाती है। यह स्थान देवी पार्वती का जन्म स्थान होने के कारन बहुत पवित्र है।

पौराणिक कथाओं की माने तो सुंदरेश्वर के रूप में जन्मे भगवान शिव ने पार्वती (मीनाक्षी) से शादी करने के लिए मदुरई का दौरा किया था। माता पार्वती का स्मरण करने और उनकी पूजा करने के लिए मिनाक्षी मंदिर का निर्माण किया गया था। मीनक्षी मंदिर दिखने में बेहद खूबसूरत है। जिसमें 14 प्रवेश द्वार या ‘गोपुरम’, स्वर्ण टावर, पवित्र गर्भगृह शामिल हैं। इस मंदिर की पवित्रता और आकर्षणों की वजह से रोजाना हजारों भक्त इस मंदिर की यात्रा करते हैं। मीनाक्षी मंदिर 7 वीं शताब्दी के पुराने समय का है।
मीनाक्षी मंदिर की संपत्ति – अंदाजित 6 करोड़
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Sabarimala Temple Keral
सबरीमाला मंदिर केरल अयप्पा भगवान का मंदिर है। और केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किलोमीटर की दुरी पर पहाड़ियों में स्थित है। सबरीमाला के भगवान अयप्पा को ब्रह्मचारी और तपस्वी भी कहा जाता है। इसी वजह से इस मंदिर में मासिक धर्म के उम्र वाली स्त्रीयो के जाने पर प्रतिबंध रखा गया है। सबरीमाला मंदिर के संचालको का यह मानना है। की यह मंदिर में करीबन 1500 साल से महिलाओ के प्रवेश पर प्रतिबंद है। यह मंदिर कका स्थापत्य बहुत ही खूबसूरत और आंतरिक शांति का अहेसास देता है।

18 पहाड़ियों के मध्यम में स्थित होने के कारन सबरीमला मंदिर के प्रागण में जाने के लिए 18 सीढिया पार करनी पड़ती है। सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पन के साथ साथ मालिकापुरत्त अम्मा, गणेश और नागराज जैसे महान देवताओ की मुर्तिया भी है। सबरीमाला मंदिर का गर्भगृह के खुलने का समय सुबह 4.00 बजे और बंद होने का समय 11.00 बजे है। अगर कोई इंसान तुलसी या फिर रुद्राक्ष माला पहनकर और व्रत रखकर सिर पर नैवेद्य से भरी पोटली लेकर यहाँ आये है। तो उनकी सम्पूर्ण मनो कामना अवश्य पूरी होती है।
सबरीमाला मंदिर की संपत्ति – अंदाजित 245 करोड़
इसके बारेमे भी पढ़िए – सबरीमाला मंदिर का इतिहास और जानकारी
Richest Temple In India Sai Baba Temple
साईं बाबा मंदिर शिरडी श्री साईं बाबा को समर्पित भारत के महाराष्ट्र के शिरडी में का मुख्य धार्मिक स्थल है। मंदिर में साईं बाबा को भगवान के रूप में पूजा जाता है। साईं बाबा को पवित्र भारत भूमि पर जन्म लेने वाले महान संतों में लिया जाता है। बाबा को अभूतपूर्व शक्तियां प्राप्त थी। वह अपनी अभूतपूर्व शक्तियों से भक्तों की पीड़ा दूर करते थे। बाबा के सभी भक्त मंदिर को पवित्र स्थान मानते है। शिरडी ग्राम के केंद्र में स्थित श्री साईं बाबा मंदिर 200 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

मंदिर में साईं बाबा के दर्शन के लिए दुनिया भर से लाखो भक्तो की भीड़ जमा होती है। साईं बाबा एक रहस्यमय फकीर थे। जो शिरडी में एक युवा के रूप में प्रकट हुए और उन्होंने अपना पूरा जीवन गांव में बिताया था। उन्होंने कहा कि उनका मिशन बिना किसी भेदभाव के सभी को आशीर्वाद देना है। जो उनकी मदद चाहते हैं। उन्होंने कई बीमारों को ठीक किया, पुरुषों की जान बचाई, रक्षाहीनों की रक्षा की, कई जोड़ों को संतान दी, असंख्य दुर्घटनाओं को रोका, लोगों को उनके आंतरिक आत्म के साथ-साथ सद्भाव और शांति में लाया था।
साईं बाबा मंदिर की बार्षिक संपत्ति – अंदाजित 320 करोड़
Richest Temple In India In Hindi Video
Interesting Facts
- वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का निर्माण पारंपरिक द्रविड़ शैली की वास्तुकला में हुआ है।
- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में सबसे धनी मंदिरों में से एक है।
- वैष्णो माता मंदिर तिरुपति बालाजी के बाद दूसरा सबसे अधिक देखा जाने वाला मंदिर हैं।
- अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल है।
- साईं बाबा मंदिर भारत के तीसरे अमीर मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है।
- सिद्धिविनायक मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में से एक है।
- पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिरों में से एक है।
Richest Temple In India FAQ
Q .भारत के सबसे अमीर मंदिर कौन सा है?
पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में आता है।
Q .भारत में सबसे ज्यादा चढ़ावा कौन से मंदिर पर आता है?
भारत में सबसे ज्यादा चढ़ावा केरल के तिरुवनंतपुरम शहर के पद्मनाभ स्वामी मंदिर में आता है।
Q .भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कौन सा है?
भारत का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर अंकोरवाट कम्बोडिया में स्थित है।
Q .भारत में कुल कितने मंदिर हैं?
भारत में 10 लाख से भी ज्यादा मंदिर हैं।
Q .सबसे पुराना मंदिर कौन सा है?
टोक्यो में सेन्सो-जी सबसे पुराना और महत्वपूर्ण मंदिर हैं।
Q .मंदिर का पैसा कहाँ जाता है?
मंदिर का पैसा बाबा पुजारियो के घर मे जाता है, वह उनके बैक खाते मे जमा होता है।
Q .भारत में सबसे ज्यादा चढ़ावा किस मंदिर पर चढ़ता है?
पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत
Conclusion
आपको मेरा लेख Richest Temple In India In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये भारत का सबसे अमीर मंदिर, भारत में सबसे अमीर मंदिर,
और Top 10 richest temple in india 2022 से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
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या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए।
हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
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