नमस्कार दोस्तों Ranthambore National Park Information In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम राजस्थान में स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने की जानकारी बताने वाले है। रणथंभौर नेशनल पार्क भारत देश के सबसे अच्छे बाघ अभयारण्यों में से एक है। वह भारत के सभी अन्य बाघ अभयारण्यों की तुलना में सबसे बेहतर है। विंध्य और अरावली पहाड़ियों की तलहटी में बसा रणथंभौर बाघ अभयारण्य और विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान रणथंभौर किले और आसपास की पहाड़ियों और घाटियों के साथ रणथंभौर को बेहतरीन गंतव्य बनाता है।
यह स्थान वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए एक वरदान और भ्रमण और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए एकदम सही है। 10वीं शताब्दी में बना रणथंभौर किला पूरे राष्ट्रीय उद्यान के ऊपर स्थित है। चौहान राजवंश द्वारा निर्मित किला यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। किले के अंदर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर, भगवान गणेश का राजसी मंदिर है। मंदिर में साल भर गणेश भक्तों का तांता लगा रहता है। अन्य दो मंदिर भगवान शिव और भगवान रामजी को समर्पित हैं। भगवान सुमतिनाथ और भगवान संभवनाथ को समर्पित दो जैन मंदिर किले के अन्य आकर्षण हैं। पदम झील और सुरवाल झील कई में से दो हैं जो पक्षियों को देखने के लिए एक आश्रय स्थल हैं।
Table of Contents
Ranthambore National Park History In Hindi
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास बताए तो 1955 में भारत सरकार ने रणथंभौर नेशनल पार्क को सवाई माधोपुर खेल अभयारण्य के रूप में स्थापित किया था। उसके बाद 1973 में पार्क को प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया था। 1980 में रणथंभौर पार्क को राष्ट्रीय उद्यान बनाया था। 1991 की साल में यह पार्क केलादेवी अभयारण्य और सवाई मान सिंह अभयारण्य रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा बना गया। रणथंभौर नेशनल पार्क का नाम भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में शामिल है। पार्क का नाम रणथंभौर किले के नाम से रखा है। वह उत्तर में बनास नदी और दक्षिण में चंबल नदी से घिरा हुआ है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – सात बहनों के राज्य या सेवन सिस्टर्स की जानकारी
Best Time To Visit Ranthambore National Park Rajasthan
रणथंभौर नेशनल पार्क जाने के लिए सबसे अच्छा समय – रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान अक्टूबर से जून के महीनों तक खुला रहता है। सर्दियों के महीने यानि अक्टूबर – दिसंबर में यह जगह की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है। बाघों को देखने के लिए रणथंभौर जाने के लिए अक्टूबर से अप्रैल सबसे अच्छे महीने बताए जाते हैं। गर्मियां का मौसम काफी गर्म होती हैं। मगर गर्मियों में बाघों के दिखने की संभावना बढ़ जाती है। मानसून के मौसम में यह पार्क बंद रहता है।
Travel Tips For Ranthambore National Park
- गर्मियों में टोपी, सर्दियों में भारी ऊनी कपड़े ले जरूर ले जाएं।
- उसकी यात्रा में आरामदायक जूते पहनें और पानी की बोतलें साथ रखना है।
- हस्तशिल्प को स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं।
- यहा राष्ट्रीय उद्यान में बाघों को देखना आसान है।
- ज़ोन का चयन केवल ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से किया जा सकता है।
- सफारी में पर्याप्त शुल्क देकर अनुरोध स्वीकार किया जाता है।
- पार्क के अंदर की कई सड़कें ऊबड़-खाबड़ और धूल भरी हैं।
- सुबह की सफ़ारी सर्दी के दिनों में बहुत ठंडी होती है।
- यहाँ यात्रा में रणथंभौर किला बहुत ही दिलचस्प है
- रणथंभौर सर्कल और सवाई माधोपुर से आसानी से किराए पर ले सकते है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – गड़ीसर झील का इतिहास और घूमने की जानकारी
Entry Fees Of Ranthambore National Park
रणथम्बोर नेशनल पार्क एंट्री फ्री – कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
रणथंभौर का यात्रा कार्यक्रम
- पहले दिन – सुबह रणथंभौर पहुंच फ्रेश हो जाएं।
- दोपहर भोजन के बाद सफारी राइड्स की ओर निकल जाए।
- उसके साथ आप झीलों के किनारे टहल सकते हैं।
- उसके बाद होटल वापस आ सकते हैं।
- हस्तशिल्प को स्मृति चिन्ह के रूप में खरीद सकते हैं।
- दूसरे दिन – सुबह सफारी की सवारी के लिए निकल सकते है।
- यहाँ विभिन्न प्रजातियों का पता लगाने काचिदा घाटी जा सकते हैं।
- उसके बाद राजसी रणथंभौर किले की सैर करते हुए विहंगम दृश्य देख सकते है।
- किले के में पांच मंदिर, एक मस्जिद और एक दरगाह देख सकते है।
- शाम का समय जोगी महल या पदम झील में बिता सकते हैं।
- तीसरे दिन – आप कला की पारख करने रणथंभौर स्कूल ऑफ आर्ट की यात्रा कर सकते हैं।
- जनवरी महीने में 19 जनवरी को आयोजित सवाई माधोपुर उत्सव में हिस्सा ले सकते हैं।

Flora And Fauna in Ranthambore National Park
रणथंभौर में एक विशाल और प्रचुर मात्रा में वन्य जीवन है। जानवरों, पक्षियों, सरीसृपों, उभयचरों और वनस्पतियों और जीवों की बहुत सारी विदेशी प्रजातियों के साथ पार्क अपने दैनिक बाघों के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है। सर्वेक्षण के मुताबिक पार्क में सरीसृपों की कुल 35 प्रजातियाँ, स्तनधारियों की 40 प्रजातियाँ और पक्षियों की 320 प्रजातियाँ प्रवासी के साथ आवासीय हैं। पार्क पक्षी देखने वालों के लिए एक स्वर्ग और बाघों के निवास के लिए दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहाँ विदेशी जंगली बिल्लियाँ भी जंगल में भटकती हुई देख सकते हैं। उसमे तेंदुए, काराकल, जंग खाए स्पॉट बिल्लियाँ, मछली पकड़ने वाली बिल्लियाँ और जंगल बिल्लियाँ होती है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – कर्नाटक के राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य
Safari In Ranthambore National Park
रणथंभौर नेशनल पार्क की यात्रा को एडवेंचर यात्रा बनाना चाहते हैं तो आपको रणथंभौर में जंगल सफारी करनी चाहिए। जंगल सफारी के बिना यात्रा अधूरी रह सकती है। जंगल सफारी के लिए 6-सीटर जिप्सी एसयूवी या कैंटर बुक कर सकते हैं। सफारी के लिए जिप्सी एक बेहतर विकल्प है। क्योंकि जिप्सी सफारी से आसानी से पार्क का दौरा कर सकते हैं। कैंटर के साथ यात्रा का मजा किरकिरा कर सकती है। सफारी के दौरान सभी वाहन में एक ड्राईवर और एक गाइड होता है। शरद ऋतु से वसंत तक इस पार्क की यात्रा करने का अच्छा समय होता है।
Ranthambore National Park Safari Booking
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की सैर करने जंगल सफारी के लिए असुविधा और निराशा से बचने ऑनलाइन सफारी बुक कर सकते हैं। यात्री सफारी सीट बुक करने के लिए एक/दो घंटे पहले ही स्थानीय बुकिंग कार्यालय जा सकते हैं। यात्री होटल में रुकें हैं तो वहां से भी सफारी बुकिंग कर सकते हैं।
Ranthambore National Park Safari Timing
- सर्दियों में सफारी का समय सुबह 6:30 से सुबह 10:30
- शाम में सफारी का समय दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे
- गर्मियों में सफारी का समय सुबह 6 से 10 बजे
- शाम में सफारी का समय दोपहर 2:30 से शाम 6:30 बजे
Ranthambore National Park Safari Fees
- जिप्सी – भारतीयों के लिए प्रति व्यक्ति 974 रुपए
- विदेशियों के लिए प्रति व्यक्ति 1,714 रुपए
- पांच साल से कम उम्र के बच्चे के निशुल्क
- भारतीय छात्रों के लिए निशुल्क
Tourist Places Near Ranthambore National Park
- Ranthambore Fort (रणथंभौर किला)
- Ganesh Trinetra Temple Ranthambore (गणेश त्रिनेत्र मंदिर)
- Jogi Mahal Ranthambore (जोगी महल)
- Padam Lake Ranthambore (पदम झील)
- Surwal Lake Ranthambore (सुरवल झील)

इसके बारेमे भी पढ़िए – भीमशंकर ज्योतिर्लिंग का इतिहास और जानकारी
Restaurants And Local Food In Ranthambore National Park
साहसिक खेल और वन्य जीवन के लिए रणथंभौर आदर्श गंतव्य है। मगर भोजन या व्यंजनों के बारे में ऐसा कहना मुश्किल है। क्योकि रणथंभौर में कोई महत्वपूर्ण खाद्य संस्कृति या अनूठी विशेषता नहीं है। आपको बतादे की यहां के रिसॉर्ट्स आपको कई विकल्प देंते है। जब आप स्थानीय ढाबों को आज़माना चाहें तो उन पर टिके रहना बेहतर होता है। जो स्थानीय राजस्थानी और पंजाबी व्यंजनों के की बेहतरीन पेशकश करते हैं।
How To Reach Ranthambore National Park
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान सवाई माधोपुर से 11 किमी दूर है। यह रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा 160 किमी दूर है। वह जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। रेल द्वारा रणथंभौर नेशनल पार्क की यात्रा करने निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर ट्रेन से जा सकते है। रेलवे स्टेशन सभी बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन से रणथंभौर पहुंचने के लिए आप कोई कैब या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।

इसके बारेमे भी पढ़िए – मुस्लिम समुदाय के तीर्थस्थल मक्का और मदीना यात्रा की जानकारी
Ranthambore National Park Map रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का लोकेशन
Ranthambore National Park In Hindi Video
Interesting Facts
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के सवाईमाधोपुर ज़िले में स्थित है।
- राष्ट्रीय उद्यान भारत के प्रमुख टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में सम्मिलित है।
- रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य दुनिया भर में बाघों की मौजूदगी के कारण प्रसिद्ध है।
- यह राष्ट्रीय उद्यान में बाघ स्वतंत्रता पूर्वक विचरण करते हुए नजर आते हैं।
- रणथम्भौर राष्ट्रीय अभयारण्य हाड़ौती के पठार के किनारे पर स्थित है।
- उसको भारत सरकार ने 1955 में ‘सवाई माधोपुर खेल अभयारण्य’ के नाम से स्थापित किया था।
- यह राष्ट्रीय अभयारण्य उत्तर भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय अभयारण्यों में से एक है।
FAQ
रणथंबोर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है।
रणथंबोर राष्ट्रीय उद्यान जयपुर से १३० कोटा से ११० और सवाई माधोपुर से ११ कि.मी दूर स्थित है।
अभयारण्य खूबसूरती, विशाल परिक्षेत्र और बाघों की मौजूदगी के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
रणथंबोर राष्ट्रीय उद्यान 392 वर्ग किलोमीटर में फैला हैं।
रणथम्भौर का युद्ध 1290 से 1301 ई. में हुआ था।
राजस्थान
रणथम्भौर का वास्तविक नाम रन्त: पुर या रण की घाटी में स्थित नगर या रण उस पहाड़ी का नाम है।
रणथंबोर दुर्ग का निर्माण राजा सज्जन वीर सिंह नागिल ने करवाया था।
Conclusion
आपको मेरा लेख Ranthambore National Park In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये How to visit ranthambore national park, Where is Ranthambore National Park
और Why they are calRanthambore National Park animals से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
आपके पास 7 sister states of india with capital की जानकारी हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
! साइट पर आने के लिए आपका धन्यवाद !
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें !
Google Search
Ranthambore National Park upsc, Ranthambore National Park ticket price, Ranthambore National Park is famous for, Ranthambore National Park wikipedia, रणथंबोर अभ्यारण के बारे में
इसके बारेमे भी पढ़िए – सिंहचलम मंदिर का इतिहास और जानकारी