नमस्कार दोस्तों Nadabet History In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित नादाबेट की जानकारी बताने वाले है। आपको बतादे की नाडाबेट भारत के गुजरात राज्य के उत्तरी भाग में बनासकांठा जिले के सुइगाम तालुका का एक गाँव है। यहाँ भारतीय सीमा सुरक्षा बल का घर और माँ नाडेश्वरी का प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर स्थापित है। यह गांव भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित होने के कारन लोग यहाँ सिमा दर्शन के लिए आते रहते है। गुजरात की भारत पाकिस्तान सीमा कच्छ के रण के नदाबेट गांव में स्थित है। वह एक जीरो लाइन बॉर्डर भारत और पाकिस्तान को अलग करती है। नाडाबेट में सीमा आकर्षक पर्यटन स्थल है।
Table of Contents
Nadabet Temple History In Hindi
नाडाबेट मंदिर का इतिहास देखे तो मान्यता के मुताबिक आज यहां जो मरुस्थल दिखाई देता है, वह पहले समुद्र था। राजा रा नवघन के धर्म की बहन जहल अपने पति सासतिया के साथ मवेशी लेकर पाकिस्तान के सिंध प्रांत गई थी। तो उसको देख सिंध के राजा हमीर सुमरा ने जाहल के रूप से मोहित से मोहित हो कर उन्हें कैद कर लिया था। वह खबर लेकरके जाहल के पति सासतिया रा’नवघन से मिलता है। रा’नवघन अपनी बहन को छुड़ाने के लिए अपने सैन्य के साथ सिंध प्रांत के नदाबेट पहुंचे थे।
रस्ते में चारण आई वरवाड़ी ने कुलदी में सेना के साथ रा ‘नवघन को पुरे प्रेम भाव से खाना देते है। उसके बाद सैन्य तैनात किया और सिंध तक जल्द से जल्द पहुंचने में मदद की अपील की थी । रा ‘नवघन माताजी के आदेश का पालन करते हुए समुद्र में अपने घोड़े की सवारी करते हैं। घोड़े के सामने डम्बल पर पानी पानी है और पीछे की धूल पर धूल उड़ जाती है। सिंध में हमीर सुमरा को हराकर वापस लौटते समय रा ‘नवघन ने माता के मंदिर की स्थापना की तब से वहाँ रेगिस्तान हो गया है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर का इतिहास और जानकारी
Nadeshwari Mata Temple Information In Hindi
Location – सुई गांव, नडाबेट
Address – सुई गांव, नदाबेट, भारत पाकिस्तान सीमा, वाव तालुका, बनासकांठा, गुजरात, भारत
Pin code – 385001
Built in – 100 वर्ष पूर्व
Built By – नादेश्वरी मंदिर ट्रस्ट
Dedicated to – देवी नडेश्वरी माताजी
Entry – नि:शुल्क
Temple timing – सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
Best time to visit – सर्दियों का मौसम
Nearest Airport – अहमदाबाद हवाई अड्डा (240 किमी)
Nearest Railway station – भाभर रेलवे स्टेशन (45 किमी)

इसके बारेमे भी पढ़िए – जोधपुर के उम्मेद भवन पैलेस का इतिहास
Nadabet Border Battle in 1971
मार्च 1971 में बांग्लादेश या पूर्वी पाकिस्तान ने स्वतंत्रता की घोषणा की थी। उस समय पाकिस्तान बांग्लादेश के साथ भारत पर भी आक्रमण करने वाला था। क्योंकि भारत बांग्लादेश का समर्थन कर रहा था। भारत युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार हो गया था और सेना को गुजरात के भुज-कच्छ सीमा क्षेत्रों सहित बीएसएफ के साथ काम करने के लिए लाया गया था। नवंबर 1971 को पूर्ण पैमाने पर युद्ध अवश्यंभावी था। मगर फिर भी भारत ने पहला सैल्वो नहीं चलाने का फैसला किया था।
3 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान एयरफोर्स ने सीमित सफलता के साथ 12 फॉरवर्ड एयर बेस और राडार को नष्ट करने की दृष्टि से भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भरी थी। भारत की और से IAF और भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही थी। गुजरात के पालनपुर में BSF की 3 बटालियन भुज-कच्छ सीमा की ओर बढ़ गईं थी। आज वह स्थल नडाबेट भारत-पाक सीमा कहा जाता है। दूसरी बटालियन ने तेजी से कच्छ के रण और पाकिस्तान के मुख्य शहर नगरपार्का, धनगांव, विरावाह पर कब्जा कर लिया था । बीएसएफ पालनपुर बेस ने पाकिस्तान के 1000 वर्ग कि.मी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था।

इसके बारेमे भी पढ़िए – दुनिया की सबसे ऊँची ईमारत बुर्ज खलीफा की जानकारी
Nadabet Seema Darshan
बीएसएफ और गुजरात पर्यटन ने नाडाबेट को एक पूर्ण गंतव्य बनाया है। नडाबेट भारत-पाकिस्तान सीमा में कच्छ गुजरात कांटेदार तार की बाड़ है। नदाबेट सीमा, नदेश्वरी माता मंदिर, सुई गांव के पास परिसर से लगभग 25 किमी दूर है। उसको अब टी-जंक्शन कहा जाता है। कहानी के मुताबिक यह मंदिर बीएसएफ ने बनाया था और सैनिक अक्सर स्थानीय रबारी पशुपालकों की मदद से कठिन और विश्वासघाती रेगिस्तान में जाने से पहले यहां पूजा करते हैं।
रेगिस्तान पर बनी सिंगल लेन सड़क अपने आप में एक चमत्कार है। उस सड़क पर गाड़ी चलाने के लिए BSF की परमिशन लेनी जरुरी है। एक बार गंतव्य का आधिकारिक उद्घाटन हो जाने के बाद आधिकारिक वातानुकूलित बसों को ही आगंतुकों को चलने की अनुमति दी जाएगी। परमिट की जांच करने और हमारे सवालों के जवाब देने के दौरान बीएसएफ के जवान तैनात है।

इसके बारेमे भी पढ़िए – तमिलनाडु के राष्ट्रीय उद्यान और पक्षी अभयारण्य
About Nada Bet
पर्यटन विभाग सीमा दर्शन की पहल के तहत नाडा बेट, बनासकांठा के विकास पर काम कर रहा है। वाघा बार्डर की तरह एक रिट्रीट सेरेमनी और पूरे क्षेत्र का 2-3 घंटे का टूर पैकेज शुरू होने वाला है। उसमें पर्यटक सुविधा केंद्र, सभागार, संग्रहालय और दूसरे आकर्षण जिसमे अजय प्रहरी मेमोरियल, परेड ग्राउंड, प्रदर्शनी केंद्र और विश्राम स्थल शामिल होने वाले है। सीमा सुरक्षा के विषय को दर्शाने वाले गेट को विशेष रूप से डिजाइन किया है। इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में 25 कि.मी सीमा क्षेत्र के दौरे के हिस्से के रूप में यात्रिओ को जीरो पॉइंट पर सेल्फी लेने अनुमति होती है।
Tourist places near Nada Bet
- Nadeshwari Mata Temple
- Modhera Sun Temple Modhera
- Modheshwari Mata Temple
- Rani Ki Vav Patan
- Ambaji Mata Temple
इसके बारेमे भी पढ़िए – शेरगढ़ किला धौलपुर घूमने की जानकारी
How To Reach Nadabet नाडा बेट मंदिर कैसे पहुंचे?
अगर पर्यटक सड़क मार्ग से नाडाबेट सीमा तक जाना चाहते है। तो पालनपुर शहर से पश्चिम में 117 किमी दूर स्थित है। नाडाबेट गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर से 200 किमी दूर है। यह दक्षिण में भाभर तालुका, पूर्व में थरद तालुका, पूर्व में देवदार और कांकरेज तालुका से घिरा हुआ है। हवाई मार्ग से जाने के लिए अहमदाबाद हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा नडाबेट सीमा से 260 किमी दूर है। ट्रेन द्वारा नडाबेट सीमा जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन डीसा 140, पालनपुर 170 और आबू रोड रेलवे स्टेशन नडाबेट से 153 किमी दूर है।
इसके बारेमे भी पढ़िए – स्पीति घाटी के आकर्षक स्थल घूमने की जानकारी
Nadeshwari Mata Temple Map नाडाबेट का लोकेशन
Nadabet India Pakistan Border In Hindi Video
Interesting Facts
- नाडा बेट के रास्ते में सुई गांव में नाडेश्वरी माता मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
- कच्छ के रेगिस्तान में नाडाबेट ऐतिहासिक रूप से प्राचीन द्वीप है।
- नडाबेट के श्री नाडेश्वरी माताजी का इतिहास जूनागढ़ के रा’नवघन से जुड़ा है।
- यहाँ नाडेश्वरी माताजी के परचे और वैभव का अनूठा इतिहास है।
- वाव तालुका के सुइगाम से 20 किमी जलोया गाँव के पास एक सैन्य अड्डा, नादाबेट लाखों लोगों के लिए पूजा का केंद्र है।
- हर साल चैत्र नोम के दिन यहां भव्य मेला लगता है, उसमें हजारों श्रद्धालु मां नादेश्वरी के दर्शन करते हैं।
- यह एक अलौकिक स्थान है जहां कोई पुजारी नहीं बल्कि देश के जवान आरती करते है।
- आजादी से पहले नडाबेट बहुत लोकप्रिय था।
- नादेश्वरी माता का मंदिर नदाबेट में स्थित पूरे देश की संरक्षक देवी के रूप में पूजा जाता है।
- नाडाबेट बाड़ से 150 मीटर की दूरी पर भारत द्वारा नियंत्रित पैट्रोलिंग और नो-मैन्स लैंड है।
- यह रेगिस्तानी द्वीप भक्ति और शक्ति का एक शुभ संयोग है।
- यहाँ गौशाला नादेश्वरी माताजी के मंदिर के बगल में स्थित है।
FAQ
Q .नाडाबेट कहा है?
नाडाबेट भारत के गुजरात राज्य के उत्तरी भाग में बनासकांठा जिले के सुइगाम तालुका का एक गाँव है।
Q .नाडाबेट मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
नाडाबेट मंदिर या नाडेश्वरी माता मंदिर का निर्माण जूनागढ़ के राजा रा’नवघन ने करवाया था।
Q .नाडाबेट क्यों प्रसिद्ध है?
नाडाबेट नाडेश्वरी माता मंदिर और भारत-पाकिस्तान सीमा के लिए प्रसिद्ध है।
Q .क्या नाडाबेट घूमने के लिए परमिशन की आवस्यकता है?
भारत-पाकिस्तान सीमा देखने परमिशन की आवस्यकता है।
Q .नाडाबेट कैसे जा सकते है?
पर्यटक सड़क, रेलवे और हवाई मार्ग से नाडाबेट जा सकते है।
Conclusion
आपको मेरा लेख Nadabet Temple History In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये Nadabet border history, Nadabet to pakistan distance
और Seema Darshan project से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
आपके पास Nadabet Seema Darshan contact number की जानकारी हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
! साइट पर आने के लिए आपका धन्यवाद !
अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें !
Google Search
Nadabet border gujarat, Wagah border, Attari border, Nadabet border Seema Darshan online booking, Nadabet to Ahmedabad, Nadabet border map, Nadabet in gujarat, Nadabet in which district, Nadabet map, Nadabet wikipedia, Deesa to nadabet distance, Ahmedabad to nadabet border distance
इसके बारेमे भी पढ़िए – अरकू वैली विशाखापट्नम घूमने की जानकारी