नमस्कार दोस्तों Khari Baoli In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाज़ार के नाम से प्रसिद्ध और मसालों का स्वर्ग खारी बावली दिल्ली की पूरी जानकारी बताने वाले है। पुरानी दिल्ली की खारी बावली सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले मसाला सामग्री की खोज के लिए प्रसिद्ध है। खारी बावली की व्यस्त गलियों में रसोई के लिए सबसे अच्छे मसाले और सूखे मेवे की खरीददारी कर सकते है। खारी बावली दो शब्दों से मिलकर बना है बावली का अर्थ स्टेप वेल एव खारी का शाब्दिक अर्थ नमकीन होता है।
दिल्ली का खारी बावली बाजार 17 वीं शताब्दी के समय यानि मुगल युग में अस्तित्व में आया था। खारी बावली बाजार लाल किला के भीड़-भाड़ वाले विस्तार में स्थित है और पुरानी दिल्ली में मुख्य चांदनी चौक रोड के पश्चिमी विस्तार पर स्थित है। यह एशिया में सबसे बड़े थोक मसाला बाजार के रूप में जाना जाता है। यह बाजार में कई अद्वितीय मसाले, उच्च गुणवत्ता और उचित मूल्य के मेवा और जड़ी-बूटियां मिल जाती है। कई दुकानें गलियों के दोनों ओर घिरी हुई जो थोक कीमतों और उपलब्धता में प्रचुरता के कारण भीड़भाड़ वाली हैं।
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Khari Baoli History In Hindi
दिल्ली के खारी बावली मार्किट का इतिहास देखे तो खारी बावली मार्केट दिल्ली की नींव ख्वाजा अब्दुल्ला लाजर कुरैशी ने 1550 के दशक में शेर शाह सूरी के पुत्र सलीम शाह के शासनकाल के समय रखी थी। वह फल-फूल नहीं सका और भुला दिया गया था। क्योकि उसमें खारा पानी था। चारदीवारी के निर्माण के समय शाहजहाँ की पत्नी फतेहपुरी बेगम ने फतेहपुरी मस्जिद का निर्माण किया और उसके चारों ओर एक बाजार बनाया गया था। शाहजहाँ की बेटी जहाँआरा बेगम के नेतृत्व में उस युग के व्यापारियों को देखा जाता था।
मध्य एशिया, ईरान, तुर्की और डच ईस्ट इंडिया कंपनी के व्यापारियों के साथ व्यापार संबंध रखने वाली वह सफल व्यवसायी महिला थी। व्यापार और संस्कृति के केंद्र 1936 में पंजाब सरकार ने ग्रामीणों के ऋणों को रद्द करने के लिए एक कानून जारी किया था। परिणामस्वरूप व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ और वे दिल्ली चले गए। वे पूरी दिल्ली में फैल गए और फ़तेहपुरी मस्जिद के नजदीकी दुकानों पर कब्जा कर लिया और बाजार को फिर से शुरू किया और आज एशिया का सबसे बड़ा मसाला और सूखे मेवों का बाजार है।

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Best Time To Visit Khari Baoli Bazaar Delhi
खारी बावली मार्किट दिल्ली जाने का सबसे अच्छा समय – दिल्ली घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के मौसम में नवंबर-फरवरी के बीच होता है। क्योंकि उस मौसम में यहाँ का तापमान अधिक ठंडा और अधिक सहनीय होता है। गर्मी के मौसम या मानसून में घूमने जाएं तो गर्मी हो सकती है। दोपहर के सूरज से बचने के लिए सुबह जल्दी यहां आने की सलाह दी जाती है। दिन में इधर-उधर घूमने और थकान से बचने के लिए दौरे के लिए रिक्शा किराए पर ले सकते है।
Khari Baoli Market Timings
खारी बावली बाजार रविवार को छोड़कर हर दिन खुला रहता है। खारी बावली बाजार सुबह को 10 बजे से रात 8 बजे तक शुरू रहता है। आप उस समय में यहाँ खरीददारी कर सकते है।
Tips to visit Khari Baoli Bazaar
- खारी बावली मार्किट जाने के लिए कुछ टिप्स फॉलो करने जरुरी है।
- जैसे की आप खारी बावली बाजार की यात्रा करते है, तो पिने का पानी ले जाएं।
- यात्रिओ को मेट्रो स्टेशन से खारी बावली पैदल चल कर जाना होता है।
- उसके कारन आपको अच्छे जूते चप्पल पहन कर जाना चाहिए।
- अगर आप खरीदारी करना चाहते हैं तो खाली बैग जरुर ले जाएं।
- उससे आप हाथों में भारी सामान पकड़ना मुश्किल नहीं होता है।
- खारी बावली घूमने या खरीदारी करने में आपके कीमती सामान का ध्यान रखना चाहिए।
- क्योंकि यह जगह बहुत भीड़भाड़ वाली और बहुत अव्यवस्थित है।

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Things To Do In Khari Baoli क्या कर सकते है
- खारी बावली एशिया की सबसे बड़ी मसाला बाज़ार है।
- आप यहाँ से कई तरह के मसालों की खरीदारी कर सकते हैं।
- यहाँ आप आकर्षक तस्वीरें यानि फोटोग्राफी क्लिक कर सकते हैं।
- पर्यटक बाजर से फतेहपुरी मस्जिद का दृश्य देख सकते है।
- चांदनी चौक और लाल किला का स्थान विदेशी पर्यटकों के बीच भी प्रसिद्ध है।
- यहाँ आप भारतीय यात्रिओ के साथ विदेशी पर्यटकों को देख सकते है।
Khari Baoli Asia’s Largest Spice Market
भारतीय मसाले दुनिया भर से लोगों को भारत लाता था। मसालों का सावधानीपूर्वक मिश्रण भारतीय भोजन को एक विशिष्ट सुगंध और स्वाद देता है। जो आपके शरीर के अंदर के भोजन की तुलना में आपकी इंद्रियों में अधिक समय तक रहता है। सब मसाले और सुगंध बहुत महत्वपूर्ण है। खारी बावली भारतीय खाना पकाने की भारतीय शैली की परतों का पता लगाने के इच्छुक किसी भी भारतीय भोजन प्रेमी के लिए जगह है। यह बाजार आपको मसालों और सूखे मेवों के उदार मिश्रण को देखने का मौका देता है।
यह बाजार विदेशी मसालों का भंडार है। जो कभी शाही रसोई के लिए जरूरी था और भारतीय स्पाइस रूट का केंद्र भी था। उस पूरे बाजार को विरासत के योग्य बनाता है। चारों ओर अराजकता और शोरगुल के बीच मसाला चुनना अनूठा अनुभव है। आप दुकान के मालिकों के साथ मसालों के उपयोग और उत्पत्ति पर चर्चा कर सकते हैं। दुकान के मालिक का स्वागत एव स्वभाव रसोइयों का स्वर्ग बना देता है।

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Fatehpuri Mosque फतेहपुरी मस्जिद
चांदनी चौक में स्थित फतेहपुर मस्जिद खारी बावली के पास स्थित है। मस्जिद 1650 में शाहजहाँ की पत्नि फतेहपुरी बेगम या द लेडी फ्रॉम फतेहपुर ने बनाई थी। क्योंकि वह आगरा के फतेहपुर सीकरी से थी। जामा मस्जिद या सामूहिक मस्जिद के यह एक शांत और आध्यात्मिक हैं। ब्रिटिश सरकार ने 1857 के विद्रोह के बाद मस्जिद को जब्त कर और अमीर साहूकार और व्यापारी लाला चुन्ना मल को 19000 रुपये में बेच दिया था। कई वर्षों के बाद लाल चुन्ना मल से मस्जिद को शहर के मुसलमानों ने उस शर्त के साथ वापस कर दिया कि गोहत्या नहीं होगी। चांदनी चौक अगर दिल्ली का दिल है तो लाल पत्थर की यह मस्जिद चांदनी चौक की धड़कन है।
Mirza Ghalib Haveli
मिर्ज़ा ग़ालिब की हवेली दिल्ली में सबसे प्रसिद्ध कवि ने अपने अंतिम साल बिताए थे। हवेली बल्लीमारान में गली कासिम जान की संकरी गली में है। यह स्थल पर ग़ालिब रहते थे और दिल्ली और उसके लोगों के बारे में लिखते थे। हवेली का एक हिस्सा दिल्ली सरकार ने अधिग्रहित किया है। और कवि के संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया है। यह गली कासिम जान की ओर जाने वाली सड़क पर हवेली स्थित है। यह स्थल को भी आपको जरुरी देखना चाहिए।
How To Reach Khari Baoli Delhi
खारी बावली जाने के लिए सबसे अच्छा तरीका दिल्ली मेट्रो है। दिल्ली मेट्रो से खारी बावली जाने के लिए पर्यटक चांदनी चौक स्टेशन पर उतर के चांदनी चौक से जा सकते है। आप मेट्रो स्टेशन की बिल्डिंग के बाहर निकलते हैं। तो आपको खारी बावली की ओर जाने वाला मार्ग दिखाई देता हैं। वह एक बगीचे से होकर जाता है। मेट्रो स्टेशन से खारी बावली तक़रीबन 20 से 25 मिनट की पैदल चलना होता है। अगर आप खारी बावली जाने वाले रस्ते में खबर नहीं रखते तो भटक भी सकते हैं।
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Khari Baoli Delhi Map खारी बावली का लोकेशन
Khari Baoli Delhi In Hindi Video
Interesting Facts
- दिल्ली का खारी बावली एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाज़ार है।
- खारी बावली का मसाला बाज़ार 17 वीं शताब्दी के समय मुगल युग में अस्तित्व में आया था।
- खारी बावली दिल्ली थोक बाजार का उद्घाटन शेरशाह सूरी के पुत्र इस्लाम शाह के शासनकाल में हुआ था।
- यहाँ कई सड़कों और व्यापारियों के नाम 400 साल पहले स्थापित किए गए थे।
- खारी बावली एशिया का सबसे बड़ा थोक मसाला बाजार है।
- मसालों के साथ मिठाई बनाने के लिए चावल, चाय, मेवा, आयुर्वेदिक दवाएं और खोया दूध भी मिलता है।
- खारी बावली मसालों को वितरित और व्यवस्थित करने में सुनियोजित संचालन के साथ बेहद व्यवस्थित है।
FAQ
खारी बावली दिल्ली शहर का मसाला बाज़ार है।
रविवार को छोड़कर हर दिन खारी बावली बाजार खुला रहता है।
खारी बावली, दिल्ली
खारी बावली दिल्ली एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाजार है।
खारी बावली दिल्ली घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के मौसम में नवंबर-फरवरी है।
Conclusion
आपको मेरा लेख Khari Baoli Delhi In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
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Note
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