Harihar Fort History In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम नासिक के पास दुनिया की सबसे खतरनाक ट्रैक वाले हरिहर किले का इतिहास और घूमने की जानकारी बताने वाले है। हर्षगढ़ किला, हरिहर किला या हरिहर गड भारत के महाराष्ट्र राज्य में सह्याद्री पर्वतमाला में स्थित एक पहाड़ी किला है। नासिक में कसारा नामक जगह पर Harihar Gad स्थित है। यह किले का प्रमुख आकर्षण यह है। की उसकी खड़ी चढ़ाई है। यानि वहा जाने के लिए खतरे से खेलने से कम नहीं है। कई पर्यटक स्थलों से भरपूर यह किले पर कई पर्यटक देखने के लिए साल भर में आया करते है।
कई लोगों को घूमने-फिरने के साथ साथ ट्रेकिंग का शौक होता है। वह लोग हरिहर किले जैसी खतरनाक जगहों पर ट्रेकिंग का मजा लेते हैं। अगर आप भी खतरनाक जगह पर ट्रेकिंग कर सकते हैं तो आपको भी महाराष्ट्र के यह ऐतिहासिक ट्रेकिंग स्थल पर जरूर जाना चाहिए। हर्षगढ़ यानि हरिहर किला प्राचीन काल में बनाया गया था और बाद में अहमदनगर के निजाम शाह ने उस पर अपना अधिपत्य जमाया था। तो चलिए harihar fort trek के साथ is harihar fort dangerous की जानकारी बताते है।
नाम | हरिहर किला (हरिहर दुर्ग) |
ऊंचाई | 170 मीटर |
प्रकार | पहाड़ी दुर्ग |
चढ़ाई | बहुत कठिन |
स्थान | नासिक, महाराष्ट्र |
निकटतम गांव | टेक हर्षी |
पहाड़ी | सह्याद्रि |
प्रसिद्धि | ट्रैकिंग के लिए |
Table of Contents
Harihar Fort History In Hindi
हरिहर किला का इतिहास 9 वीं एव 14 वीं शताब्दी के बीच यादव वंश के राजाओ से शुरू होता है। यह किले का निर्माण व्यापार मार्ग की सुरक्षा के लिए किया गया था। लेकिन कुछ समय के पश्यात यहा ब्रिटिश सेना के साशन साम्राज्य का नियंत्रण के साथ साथ कई राजाओ ने उसपर आक्रमण करके अपना शासन स्थापित किया था। वर्तमान समय में हरिहर किला सिर्फ एक खंडहर के रूप में है। और उसका प्रयोग सिर्फ ट्रेकिंग स्थल के रूप में किया जाता है। वैसे तो हरिहर गड यादव कुल के समय यानि 860–1317 के समय का कहाजाता है।

1636 में त्र्यंबक के साथ खान जमाम का शासन था। एव उस समय हरिहर किला का साम्राज्य उत्तर में नर्मदा नदी से लेकर दक्षिण में तुंगभद्रा नदी तक बिछा हुआ था। उस समय महाराष्ट्र, उत्तर कर्नाटक और मध्य प्रदेश के कई विभाग शामिल थे। यहाँ के साम्राज्य की राजधानी देवगिरि यानि वर्तमान का औरंगाबाद जिले का दौलताबाद थी। यादव यहाँ पहले पश्चिमी चालुक्यों के सामंत थे। 12 वीं शताब्दी चालुक्य वंश के पतन के समय के पश्यात यादव राजा भिलमा ने अपना अधिकार स्थापित किया था। उसके बाद राजा सिम्हना II ने यादव साम्राज्य को बहुत ताकतवर बनालिया जो 14 वीं शताब्दी तक सफल रहा था।

Where is Harihar Gad
हमारे भारत के महाराष्ट्र राज्य के नासिक शहर से तक़रीबन 40 किमी दूर 3500 फीट से अधिक की ऊँचाई वाली एक पहाड़ी के ऊपर हरिहर किला स्थित है। यह किले को हर्षगढ़ किला भी कहा जाता है। महाराष्ट्र में कई बड़े बड़े और रहस्यमई किले है। जिसमे यह किला शामिल है। सभी किले से यह एक अलग है। क्योकि यह ट्रेकिंग डेस्टिनेशन बना हुआ है। यह किला अपने समय में अपना ऐतिहासिक महत्व रखता था। लेकिन आज हरिहर किला समय के चलते इतिहास में गुम हो चूका है। यह किला एक हरी भरी पहाड़ियों के बीच बना है। जिसपर से उत्साही ट्रेकर ट्रेकिंग करना पसंद करते है।

हरिहर किला घूमने का सबसे अच्छा समय
आप अगर Best Time To harihar fort nashik की तलाश में है। तो वैसे तो पहाड़ी किला होने के कारण पुरे वर्ष में हरिहर किले में जा सकते है।लेकिन अक्टूबर से लेकर फरवरी महीने में जाना सबसे अच्छा होता है। बारिश यानि मॉनसून के समय यहाँ जाना बहुत ही अच्छा है। लेकिन उस समय फिसलन भरी सीधी चढाई बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। जिसमे आपकी जान भी जा सकती है। अगर आप मॉनसून में हरिहर किले में घूमने जाते है। तो ज्यादा सावधानी बरतना जरुरी है।

Harihar Fort Trekking
हरिहर किला एक निरीक्षण किला के रूप में कार्य करता था। क्योकि गोंडा घाट के व्यापर मार्ग पर ध्यान रखने के लिए उसका उपयोग हुआ करता था। यह फोर्ट किओ रॉक कट सीडी अक्सर साहसिक प्रेमियों को बहुत आकर्षित करती है। वैसे आपने महल और दुर्ग देखे होंगे लेकिन यह अद्भुत इतिहास और अनूठी कलाकृति के लिए पहचाना जाता हैं। यहाँ आपको इतिहास, प्रकृति और रोमांच का सही मिश्रण देखने को मिलता है। जो सभी के दिलो को आकर्षित करता है। एक काफी खड़ी पहाड़ी पर बना हरिहर किला तक पहुंचने के लिए बनाई सीढिया सीधी रहती हैं। आपको वहा जाने के लिए यात्री को दोनों हाथों के साथ दोनों पैरों का उपयोग करना होता है। किले का ट्रेकिंग हरसवाडी और निर्गुदपाड़ा गांवों से शुरू होता है।

हरिहर किला बनाने का उद्देश्य
- यह महल को एक हवा महल के रूप में राजपरिवार को गर्मियों में ठंडक देने के लिए किया गया था।
- हरिहर किला पर से वातावरण की जानकारी और बरसात का अनुमान लगाया जाता था।
- यह महल को राजपरिवार को दुश्मनों के हमले से बचाने के लिए किया जाता था।
- हरिहर गड इतिहास देखे तो हरिहर किला को एक वॉच टावर के तौर पर बनाया गया था।
- वॉच टावर का मतलब की दुश्मनो के हमले या किले के आस पास की हिलचाल पर नज़र रखने के लिए बनाया गया था।
Harihargad image
Harihar Fort
हरिहर गड बनावट देखे तो अदभुत शांत वातावरण में बना यह किले पर आपको पानी का कुंड, कई बड़े दरवाजे, एक छोटा हनुमानजी का मंदिर देखने को मिलता है। यहाँ पहुँचने में आपको एक रोमांचकारी ट्रेकर्स का अनुभव मिलता है। यह पहाड़ी तक़रीबन 90 डिग्री तक सीधी है। सीधी पहाड़ी के ऊपर चढ़ने के लिए अनुभवी ट्रेकर्स के लिए भी मुश्किल काम है। पहाड़ देखने में चौकोर और शेप प्रिज्म जैसा दिखता है। वर्टिकल पहाड़ पर चढ़ने के लिए छोटी सीढियां बनाई है। 170 मीटर की ऊंचाई पर किला बनाया गया है। एक तरफ से 75 एव दो तरफ से 90 डिग्री सीधा पर्वत है। किले तक जाने के लिए एक मीटर चौड़ी 117 सीढियां बनाई है। उसकी सीढियाँ एक चट्टान के अंदर से होकर गुजरती किले के शीर्ष तक पहुँचती है।

किले के ऊपर से दिखाई देता नजारा
अगर वातावरण में एक साफ सा नजारा है। तो किले पर से आप कई सारे स्थान देखने को मिलते है। जीके खूबसूरत नजारो के नाम हम बताते है।
- बासगढ़ किला
- दक्षिण में अवध-पट्टा
- उत्तर में सातमाला
- उतावड़ पीक
- ब्रह्मा हिल्स
- वैतर्ना रेंज
- कालासुबई रेंज
- शैलबारी रेंज
हरिहर किला फोटो
हरिहर किला तक कैसे पहुंचे
रेलवे से हरिहर किला तक कैसे पहुँचे
अगर आप हरिहर किला जाने के लिए (Train) ट्रेन यानि रेलवे मार्ग को पसंद करते है। तो आपको बतादे की वहा से नासिक रेलवे स्टेशन 56 किमी और कसारा रेलवे स्टेशन 60 किमी की दुरी पर स्थित है। वह उतर कर यात्री बहुत आसानी से बस, टैक्सी या कैब के सहायता से harihar fort nasik तक पहुँच सकते है।

सड़क मार्ग से हरिहर किला कैसे पहुँचे
अगर आप हरिहर किला जाने के लिए (Raod) सड़क मार्ग को पसंद करते है। तो आपको बतादे की यहाँ तक जाने के लिए सड़क मार्ग से सीधा नहीं है। क्योकि पहाडिओ पर होने के कारन सड़क मार्ग से नहीं पहुँचा जा सकता है। लेकिन आप नासिक एव कसारा तक बस, टैक्सी या कैब के सहायता से पहुंच के वहा जा सकते है। और वहा से शिखर तक जाने के लिए आपको रॉक-कट कदम उठाकर पहाड़ी को ट्रेक करना पड़ता है।
फ्लाइट से हरिहर किला कैसे पहुँचे
अगर आप हरिहर किला जाने के लिए (Flight) फ्लाइट को पसंद करते है। तो यहाँ का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा के रूप में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई है। यह हवाई अड्डा Mumbai to Harihar Fort 170 किमी दूर स्थित है। यह हवाई अड्डे से यात्रिओ को हरिहर किले के लिए सीधी टैक्सी भी मिलती है। जिसकी सहायता से आप मुंबई से नासिक और फिर वहाँ से हरिहर किले के लिए एक कैब या बस से पहुंच सकते है। नासिक शहर हरिहर किले से 40 किमी की दुरी पर स्थित है।
Harihar Fort Map & Location – हरिहर किले का मेप
Harihar Fort History In Hindi Video
Interesting Facts
- यहां से बासगढ़ किला, उतावड़ पीक और ब्रह्मा हिल्स का खूबसूरत नजारा दिखता है।
- किला दो तरफ से 90 डिग्री सीधा एव तीसरी तरफ 75 की डिग्री पर है। और 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है।
- किले की चढ़ाई को हिमालय के पर्वतारोहियों द्वारा दुनिया का सबसे खतरनाक ट्रैक कहा गया है।
- मॉनसून में यहाँ पर जाओ तो ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत रहेगी।
- हरिहर फोर्ट नासिक जिले में ट्रेकर्स के लिए सबसे प्रिय स्थानों में से एक है।
- हरिहर किला पश्चिमी घाट के त्र्यंबकेश्वर पर्वत में स्थित है।
- भोजन और ठहरने की व्यवस्था के लिए हर्षवाड़ी अभी भी विकसित नहीं है।
FAQ
Q : हरिहर किला कहा है?
A : भारत के महाराष्ट्र राज्य में सह्याद्री पर्वतमाला में स्थित है।
Q : हरिहर किला तक पहुंचना कितना कठिन है?
A : हरिहर किला तक बहुत ही ज्यादा कठिन है।
Q : हरिहर किले पर चढ़ने में कितना समय लगता है?
A : पर्यटक को हरिहर किले पर चढ़ने में ढाई घंटे का समय लगता है।
Q : क्या नासिक में ट्रेकिंग की अनुमति है?
A : हा नासिक में ट्रेकिंग की अनुमति है।
Q : हरिहर किला किसने बनवाया था?
A : हरिहर किला सेउना (यादव) राजवंश काल के दौरान बनाया गया था।
Conclusion
आपको मेरा Harihar Fort History In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये Harihar Fort trek difficulty level और
Harihar Fort built by से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो कहै मेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
आपके पास Harihar Gad Full Information in Hindi या हरिहर किला महाराष्ट्र की कोई जानकारी हैं।
या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे / तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है।
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