नमस्कार दोस्तों Gateway Of India In Hindi आपका स्वागत है। आज हम गेटवे ऑफ इंडिया के बारे में संपूर्ण जानकारी बताने वाले है। गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई शहर में स्थित भारत के सबसे अनोखे स्थलों में से एक है। गेटवे ऑफ इंडिया भारत में 20 वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया एक ऐतिहासिक स्मारक है। विशाल संरचना का निर्माण 1924 में किया गया था। अपोलो बंदर के तट पर स्थित, गेटवे मुंबई बंदरगाह को दिखता है। जो कोलाबा जिले में अरब सागर से घिरा है। गेटवे ऑफ इंडिया एक स्मारक है जो भारत के प्रमुख बंदरगाहों को चिह्नित करता है और भारत आने वाले आगंतुकों के लिए एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
ब्रिटिश साशन के समय में, यह स्मारक भारत में ब्रिटिश राज की भव्यता का प्रतिनिधित्व करता था। यह स्मारक की कुल निर्माण लागत 21 लाख थी और पूरा खर्च भारत सरकार ने दिया था। पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा स्थान होने कारन यहाँ विक्रेताओं, खाद्य स्टाल और फोटोग्राफरों को ज्यादा आकर्षित करता है। ‘समरसेट लाइट इन्फैंट्री की पहली बटालियन’ के गुजरने को गेटवे ऑफ इंडिया पर हुई पहली मुख्य घटना के रूप में दर्ज किया गया था। यह समारोह 28 फरवरी, 1948 को आयोजित किया गया था।
Gateway Of India History in Hindi
आपको गेटवे ऑफ इंडिया का इतिहास बताये तो उसका निर्माण की योजना 1911 के दिसंबर में दिल्ली दरबार से पहले किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी की मुंबई यात्रा के उपलक्ष्य में बनी थी। गेटवे ऑफ इंडिया के निर्माण का मुख्य उद्देश्य किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी की बॉम्बे (मुंबई) की यात्रा का स्मरण करना था। 1911 में, सर जॉर्ज सिडेनहैम क्लार्क बॉम्बे के गवर्नर ने स्मारक की नींव रखी थी ।
मगर यह योजना को 1914 में मंजूरी मिली और अपोलो बंदर में सुधार 1919 में पूरा किया गया था। उसके पश्यात गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कार्य 1920 में शुरू हुआ जो चार वर्षों बाद 1924 में बनकर तैयार हुआ था। यानि यह स्मारक के निर्माण को पूरा करने में 4 साल का समय लगा था । वास्तुकार जॉर्ज विटेट ने गेटवे ऑफ इंडिया को डिजाइन किया और 4 दिसंबर, 1924 को वायसराय अर्ल ऑफ रीडिंग ने स्मारक का उद्घाटन किया था।

गेटवे ऑफ इंडिया घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
पर्यटक दिन के किसी भी समय स्मारक देखने के लिए जा सकते हैं। गेटवे ऑफ इंडिया पर जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च की अवधि के दौरान होता है। क्योंकि मानसून के बाद का मौसम बहुत सुखद और सुहावना होता है। और उस समय बारिश की संभावना बहुत कम होती है। गेटवे ऑफ इंडिया पूरे हफ्ते खुला रहता है। और उसके साथ साथ यह भी बतादे की यहाँ कोई टिकट या शुल्क नहीं लगता है। गेटवे ऑफ इंडिया सुबह 7 बजे खुलता एव शाम को 5:30 बजे बंद होता है। यहा लोग आकर्षक फोटोग्राफी और घूमने के लिए आया करते है। क्योकि यह स्थल अपने इतिहास के कारण प्रसिद्ध है।
Gateway Of India Design And Architecture
गेटवे ऑफ इंडिया की डिजाइन और वास्तुकला की बात करे तो, वास्तुकार जॉर्ज विटेट ने गेटवे ऑफ इंडिया को रोमन विजयी मेहराब और गुजरात की 16 वीं शताब्दी की वास्तुकला को मिलाकर संरचना तैयार की थी। गेटवे ऑफ इंडिया का संरचनात्मक डिजाइन एक बड़े मेहराब से बना है, जिसकी ऊंचाई 26 मीटर है। स्मारक पीले बेसाल्ट और अघुलनशील कंक्रीट में बनाया गया है। मुख्य रूप से इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला शैली में निर्मित इस स्मारक का मेहराब मुस्लिम शैली का है। लेकिन सजावट हिंदू शैली की है।
स्मारक का केंद्रीय गुंबद लगभग 48 फीट व्यास का है, जिसकी कुल ऊंचाई 83 फीट है। जटिल जाली के साथ डिजाइन किए गए, 4 बुर्ज गेटवे ऑफ इंडिया की संपूर्ण संरचना की प्रमुख विशेषताएं हैं। मेहराब के प्रत्येक तरफ 600 लोगों की क्षमता वाले बड़े हॉल बने हैं। गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कार्य गैमन इंडिया लिमिटेड ने किया गया था। क्योकि उस समय में वह सिविल इंजीनियरिंग के सभी क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त भारत की एकमात्र निर्माण कंपनी थी।

Gateway Of India Nearby Tourist Attractions
- Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya
- Ferry to Alibaug
- Indian Museum Ship (Vikrant)
- Design Temple
- Bowen Memorial Methodist Church
- Parvati Villa
- Avante Cottage Crafts of India
- Jehangir Art Gallery
- Cathedral of the Holy Name
कोलाबा कॉजवे मार्केट
कोलाबा कॉज़वे की गलियों में खरीदारी करते हुए रौज करने के लिए तैयार रहें। ब्रिटिश युग की पुरानी इमारतों से घिरा, कॉज़वे पुरानी संरचनाओं के बीच नए जमाने की जीवन शैली के रुझानों के विपरीत रंगों को चित्रित करता है। आप यहां से बहुत कम दरों पर कपड़े खरीद सकते हैं। ब्रिटिश समय से कई फैशनेबल बुटीक और इमारतें हैं जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। आप खरीदारी में यहाँ से विभिन्न फैशन स्टोर और बुटीक जैसे ऑरेंज, बॉम्बे इलेक्ट्रिक, अटारी, सिल्वर हाउस और बहुत कुछ ले सकते हैं। गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास घूमने की जगह उसमे यह मार्केट भी शामिल है।

हाथी गुफा
गेटवे ऑफ इंडिया के बहुत करीब हाथी की गुफाएं स्थित हैं। यह से पर्यटक हाथी द्वीप समूह तक जाने के लिए मोटर बोट से यात्रा कर सकते हैं। हाथी गुफाओं के प्रवेश द्वार पर स्वामी विवेकानंद और महाराजा शिवाजी की मूर्तियां स्थापित हैं। यहाँ ताजमहल होटल भारत का सबसे प्रतिष्ठित और शानदार होटल है। वह गेटवे ऑफ इंडिया के बहुत नजदीक ही स्थित है।
नेहरू विज्ञान केंद्र
पर्यटकों को नेहरू विज्ञान केंद्र में कला कार्यक्रमों, विज्ञान प्रदर्शनियों और कुछ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की घटनाओं को देख सकते हैं। अगर आप को विज्ञान की भावना वाले व्यक्ति है। तो आपको यह स्थल जरूर पसंद आता है। यह चार राष्ट्रीय स्तर के विज्ञान संग्राहलयों में से एक है। और उसमे से पश्चिमी क्षेत्र का मुख्यालय है। आपको यह स्थल देखके बहुत गर्व महसूस होता है।
वाल्केश्वर मंदिर
यह बाण गंगा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध वालकेश्वर मंदिर दक्षिण मुंबई में मालाबार हिल के पास स्थित है। यह शहर का सबसे ऊंचा स्थान भी है। मंदिर के नजदीक एक छोटा तालाब है। उसका नाम बाणगंगाटैंक है। यह मंदिर की कथा रामायण से जुडी हुई है और बाण गंगा नाम पौराणिक कथा से जुड़ी एक कहानी से लिया गया है। मंदिर में अमावस्या और पूर्णिमा के दिन बहुत भीड़ रहती है

छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय
1900 में स्थापित हुआ यह संग्रहालय मुंबई में एक प्रसिद्ध संग्रहालय है। संग्रहालय की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य एडवर्ड VIII और प्रिंस ऑफ वेल्स की भारत यात्रा के लिए उनका स्वागत करना था। यह स्थल गेटवे ऑफ इंडिया के निकट स्थित है। पहले संग्रहालय पश्चिमी भारत के प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय के नाम से जाना जाता था, लेकिन 1998 में छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय का नाम दिया गया है।
Gateway Of India Restaurants
आपको बतादे की मुंबई शहर मेट्रो सिटी और भारत का मुख्य शहर होने के कारन यहां यात्रिओ को कई होटलों उपलब्ध होती है। आपको यहाँ किसी भी या कोई भी प्रकार का खाना मिलजाता है। गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक द ताज महल पैलेस, द ताज महल टॉवर, होटल हार्बर व्यू, एबोड बॉम्बे जैसी कई होटल हैं। उसमे अलग अलग कीमतों पर कमरे उपलब्ध हैं। आप यहां ठहरने के लिए अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन और रूबरू बुकिंग कर सकते हैं।
How To Reach Gateway Of India

ट्रेन से गेटवे ऑफ इंडिया कैसे पहुंचे
अगर आप ट्रेन से गेटवे ऑफ इंडिया जाना चाहते है। छत्रपति शिवाजी जंक्शन पर मुंबई में मध्य, पूर्व और पश्चिम भारत की ट्रेनें चलती रहती हैं। यहाँ उत्तर भारत की ट्रेनें मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर आती रहती हैं। पर्यटकों को कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह भारत के किस हिस्से से आ रहे हैं। लेकिन यह दो स्टेशनों से गेटवे ऑफ इंडिया पहुंचना बहुत आसान हैं। क्योकि यह बहुत ही प्रसिद्ध स्थल है।
सड़क मार्ग से गेटवे ऑफ इंडिया कैसे पहुंचे
अगर आप सड़क मार्ग से गेटवे ऑफ इंडिया जाना चाहते है। आपको बतादे की मुंबई हमारे भारत का प्रमुख शहर होने कारन सड़क के माध्यम से भारत के सभी मुख्य शहरों के साथ कनेक्टिविटी बहुत अच्छी है। दूसरे राज्यों से भी यहाँ बसें मुंबई सेंट्रल बस स्टेशन पर आती रहती हैं। एशियाड बस स्टैंड पर आपको उतरके वह से टैक्सी द्वारा गेटवे ऑफ इंडिया पहुंच सकते हैं। आप अपनी निजी कार के माध्यम से भी ड्राइव करके गेटवे ऑफ इंडिया जा सकते है।
हवाई जहाज से गेटवे ऑफ इंडिया कैसे पहुंचे
अगर आप हवाई जहाज से गेटवे ऑफ इंडिया जाना चाहते है।
तो आपको बतादे की मुंबई में तीन हवाई अड्डे हैं। जिसमे छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा, सांता क्रूज घरेलू हवाई अड्डा और मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा शामिल है। पर्यटक अपने सुविधा और विस्तार के मुताबिक हवाई अड्डे पर उतर सकते हैं। उसके पश्यात गेटवे ऑफ इंडिया के लिए एक टैक्सी ले कर सकते हैं।
Gateway Of India Mumbai Map गेटवे ऑफ इंडिया का लोकेशन
Gateway of India History in Hindi Video
Interesting Facts About Gateway Of India
- गेटवे ऑफ़़ इंडिया भारत का एक ऐतिहासिक स्मारक है।
- गेटवे ऑफ इंडिया के निर्माण में 21 लाख रूपये का खर्च हुआ था।
- भारत को आजादी मिलने के बाद ब्रिटिश सेना गेटवे ऑफ इंडिया से होकर वापस गई थी।
- अरब सागर से होकर आने वाले जहाजों के लिए यह भारत का द्वार है।
- गेटवे ऑफ इंडिया के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा है।
- गेटवे ऑफ इंडिया की ऊंचाई तक़रीबन आठ मंजिल के बराबर है।
- यह खूबसूरत संरचना का निर्माण खर्च भारत सरकार ने किया था।
- गेटवे ऑफ इंडिया की चार बुर्ज को जाली से बनाया गया है ।
FAQ
Q : गेटवे ऑफ इंडिया कहा है?
गेटवे ऑफ इंडिया महाराष्ट्र के मुंबई शहर में होटल ताज के सामने और अपोलो बंदरगाह पर स्थित है।
Q : गेटवे ऑफ इंडिया क्यों बनाया गया था?
ब्रिटिश सम्राट राजा जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी के आगमन की याद में बनाया गया था।
Q : मुंबई में कौन सा गेट स्थित है?
गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई में स्थित है।
Q : गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना कब और किसने की?
पंचम किंग जार्ज और क्वीन मैरी ने गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना 4 दिसंबर, 1924 में की थी।
Q : गेटवे ऑफ इंडिया क्यों प्रसिद्ध है?
एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण होने के कारन गेटवे ऑफ इंडिया प्रसिद्ध है।
Conclusion
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