नमस्कार दोस्तों Ajinkyatara Fort In Hindi में आपका स्वागत है। आज हम 16 वीं शताब्दी में निर्मित अजिंक्यतारा किल्ले का इतिहास और जानकारी बताने वाले है। अजिंक्यतारा किला महाराष्ट्र राज्य के सतारा जिले में स्थित है। यह किला प्रतापगढ़ से शुरू होकर बमनोली पर्वत श्रृंखला तक है। सतारा शहर से किले तक पहुंचने के कई रास्ते बने हुए हैं। अजिंक्यतारा किल्ले को 16 वीं शताब्दी में राजा भोज ने बनाया था। अजिंक्यतारा किल्ले की ऊंचाई 3,300 फीट है। पहले उसका नाम औरंगजेब के बेटे अजीम से रखा गया था।
मगर मराठी उपन्यासकार नारायण हरि आप्टे ने किले का नाम अजीमतारा से बदलकर अजिंक्यतारा कर दिया था। आपको बतादे की यह महाराष्ट्र का सबसे ऐतिहासिक स्थान एव सतारा जिले के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में शामिल है। अजिंक्यतारा का किला पर्यटकों को पूरे सतारा शहर का आश्चर्यजनक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। अजिंक्यतारा किल्ला अपने पर्यटकों को पर्वतारोहण, ट्रेकिंग और लंबी पैदल यात्रा प्रदान करता हैं। तो चलिए यह खूबसूरत और प्राचीन अजिंक्यतारा किल्ले की संपूर्ण जानकारी बताते है।
Table of Contents
Ajinkyatara Fort Information In Hindi
किले का नाम | अजिंक्यतरं किला (Ajinkyatara killa) |
स्थापना | 1190 साल |
संस्थापक | भोज राजा |
स्थान | बमनोली पर्वत श्रृंखला, सतारा जिला, महाराष्ट्र, भारत |
प्रकार | गिरिदुर्ग |
रेंज | सह्याद्री, सब डोंगर रेंज, बामनोली |
किले की ऊंचाई | 4400 फीट |
चढ़ाई | आसान |
परिचय | मराठा साम्राज्य की चौथी राजधानी |
Ajinkyatara Fort History
अजिंक्यतारा किल्ला इतिहास बताए तो 1190 में शिलाहार वंश के भोज राजा ने उसे मनाया था। उसके बाद किले पर बहमनी वंश ने कब्ज़ा किया था। बाद अजिंक्यतारा किला बीजापुर के आदिलशाह ने जीता था। आदिलशाह की पत्नी चांदबीबी को किश्वर खान ने यह किले में कैद किया था। उसके बाद कुछ समय किले का प्रयोग कैदी को पकड़ने करते थे। 27 जुलाई, 1673 को किले को छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने स्वराज्य में मिलाया था। शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद औरंगजेब ने अजिंक्यतारा किले पर कब्जा किया था।

जिस समय किला औरंगजेब के शासन में था। उस समय उसका नाम बदलकर आजमतारा कर दिया था। उसके बाद मराठी साम्राज्य की तारारानी ने किले पर कब्जा किया था। सरदार परशुराम ट्रंबक ने अपने सैनिकों के साथ मिल अपने स्वराज्य में जोड़ा था। लेकिन 1708 में शाहू महाराज ने अजिंक्यतारा किले पर कब्जा किया और किले की तलहटी में सतारा शहर की स्थापना की थी। शाहू महाराज की मृत्यु के बाद किला ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया था।

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Best Time To Visit Ajinkyatara Fort Satara
सतारा में पूरे साल भर एक सुखद जलवायु होती है। उसके कारन पर्यटक कोई भी समाय यहाँ घूमने जा सकते है। यह चारों ओर की पहाड़ियों अपने मौसम और स्थल को बहुत अच्छा बनती है। अच्छी गर्मी, सर्दी और मानसून सतारा शहर की यात्रा करने के लिए आदर्श शहरों में से एक बनाते हैं। उच्चतम तापमान अप्रैल में 36ºC और सबसे कम तापमान दिसंबर-जनवरी के महीनों में 11ºC होता है। अजिंक्यतारा किले की यात्रा का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक है।
Places To Visit Ajinkyatara Fort
- महारानी ताराबाई राजवाड़ा,
- महादेव का मंदिर,
- मंगलई देवी का मंदिर,
- किले पर सात झीलें,
- हनुमान का मंदिर
- मंगलई बुरुज
- संगम माहुली
- नटराज मंदिर
- वज्रई वॉटरफॉल
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Tips For Visiting Ajinkyatara Fort (Satara Fort)
- यात्री अगर अजिंक्यतारा किले को देखने जाते है। तो कुछ बातो को देखना चाहिए।
- आप ज्यादा समय के लिए किले में रहने वाले हैं तो पीने के पानी की बोतल जरूर ले जाए।
- यहाँ खाने-पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है।
- आपको यहाँ की यात्रा में खाना-पानी की चीज साथ ले जाना है।
- आपके साथ किला घूमने में बच्चे साथ है। तो उसका ख्याल रखना है।
- पर्यटक को अजिंक्यतारा किले को देखने में अपने सामान का ख्याल रखना है।
Structure of Ajinkyatara Fort Satara
अजिंक्यतारा किला 4 मीटर ऊंचे किलेबंदी से संरक्षित है। उसके दो द्वार हैं जिसको मुख्य द्वार उत्तर-पश्चिम में और एक छोटा द्वार दक्षिण-पूर्व में स्थित है। उसके अलावा भगवान शंकर, भगवान हनुमान और देवी मंगलई जैसे भारतीय देवताओं को समर्पित विभिन्न मंदिर भी देखने को मिलते हैं। यहाँ पर्यटक पर्वतारोहण, ट्रेकिंग और लंबी पैदल यात्रा के लिए आते रहते हैं। उसके साथ अजिंक्यतारा किले पर सात झीलें उसकी उपस्थिति को चार चाँद लगाती है।

औरंगजेब का अजिंक्यतारा किले पर आक्रमण
1699 में जब छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद औरंगजेब ने अपने साम्राज्य शक्ति को मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए थे। औरंगजेब ने अजिंक्यतारा की घेराबंदी देख सेना को अजिंक्यतारा के किले तक पहुंच ने की सुरंग बनाने के लिए किले के पास दो सुरंग खुदवाई थी। 13 अप्रैल 1700 की सुबह औरंगजेब के सैनिकों ने सुरंग खोदना शुरू किया था। सुरंग खोदने के बाद अजिंक्यतारा के किले को औरंगजेब ने घेर लिया था।
उस आक्रमण में कई मराठा सैनिक मारे गए थे। किले के रखवाल प्रयागजी प्रभु भी कुछ नहीं कर सकते थे। क्योकि किला पूरी तरह से गिरा हुआ था। सुरंग पर खड़ा मार्स टॉवर ढह गया और टॉवर के पास के खड़े मुगलो के 1,500 सैनिकों मारे गए थे। यह किले पर कब्ज़ा करने के लिए कई दिनों तक लड़ाई चलती रही थी। उसके कारन किला में गोला-बारूद ख़त्म हुआ एव औरंगजेब ने फिर से कब्जा कर लिया था ।
अजिंक्यतारा किले में देखने लायक स्थल
मुख्य द्वार –
पर्यटक जब अजिंक्यतारा किले के पास जाएंगे तो आपको एक बड़ा और भव्य प्रवेश द्वार दिखाई देता है। जो कि महा दरवाजा है। उस प्रवेश द्वार के दोनों ओर 2 बड़े बुर्ज बने हैं। और दरवाजे में एक छोटा डिंडी दरवाजा भी देख सकते है। यह दरवाजे की ऊंचाई उतनी ज्यादा है। कि एक हाथी अंबरी लेकर दरवाजे से गुजर सकता है।

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दक्षिण द्वार –
किले के दक्षिण विस्तार में एक द्वार है। उसको दक्षिण दरवाजा कहा जाता है। उस द्वार का उपयोग पूर्व में दक्षिण से किले में आने वाले लोगों के लिए किया जाता था।
तारारानी पैलेस –
यह किला अजिंक्यतारा ने बनाया गया था। उस समय यह तारारानी के नियंत्रण में हुआ करता था। वर्तमान समय में किले को उसके पतन या अवशेष में देख सकते हैं।
देवी मंगलई का मंदिर –
अजिंक्यतारा किले में पर्यटक पूर्व दिशा में देवी मंगलई का मंदिर देख सकते हैं।
तालाब –
अजिंक्यतारा किले पर पर्यटक सात झीलें देख सकते हैं। उसके कारन मॉनसून के मौसम में यहा का नजारा एक मन मोहक रूप लेता है।
हनुमान मंदिर –
अजिंक्यतारा किले में भगवान महादेव के मंदिर के पीछे हनुमान जी को समर्पित एक मंदिर है। अगर यात्री किले में रहना चाहते हैं तो यह मंदिर में रह सकते हैं।
महादेव का मंदिर –
मुख्य प्रवेश द्वार से किले में प्रवेश करने के पश्यात भगवान महादेव को समर्पित एक छोटे से मंदिर को देखने के लिए कुछ सीढ़ियां बनाई है।
How to Reach Ajinkyatara Fort Satara

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ट्रेन से अजिंक्यतारा किले तक कैसे पहुंचे
How To Reach Ajinkyatara Fort By Train – ट्रेन से सतारा की यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों सतारा में अपना खुद रेलवे जंक्शन मिलता है जो कोयना एक्सप्रेस, सह्याद्री एक्सप्रेस, गोवा एक्सप्रेस और महाराष्ट्र एक्सप्रेस जैसी बिभिन्न एक्सप्रेस ट्रेनों से राज्य और देश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है। सतारा जिले से पर्यटक बहुत अच्छे और आसानी से अजिंक्यतारा किला जा सकते है।
सड़क मार्ग से अजिंक्यतारा किले तक कैसे पहुंचे
How To Reach Ajinkyatara Fort By Raod – सतारा राज्य के सभी शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है। देश के किसी भी हिस्से से सतारा की यात्रा करना बहुत आसान है। सतारा मुंबई से 270 किमी और पुणे से 130 किमी दूर है। मुंबई और चेन्नई से NH4 के माध्यम से सतारा जुड़ा हुआ है। उसके माध्यम से पर्यटक सतारा से आसानी से अजिंक्यतारा किला पहुंच सकते है।
फ्लाइट से अजिंक्यतारा किले तक कैसे पहुंचे
How To Reach Ajinkyatara Fort By Flight – सतारा जाने के लिए आप फ्लाइट से जाना चाहते है। तो सतारा के लिए कोई सीधी फ्लाइट नही है। सतारा का निकटतम इन्टरनेशनल एयरपोर्ट छत्रपति शिवाजी महाराज इन्टरनेशनल एयरपोर्ट मुंबई है। जो सतारा से लगभग 268 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वहाँ से यात्री बस या स्थानीय परिवहन से अजिंक्यतारा किला पहुंच सकते है।

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Ajinkyatara Fort Map अजिंक्यतारा किला का लोकेशन
Ajinkyatara Fort Satara in Hindi Video
Interesting Facts About Ajinkyatara Fort
- सतारा से 5 किमी और महाबलेश्वर से 58 किमी दूर अजिंक्यतारा किला स्थित है।
- अजिंक्यतारा किला 3,300 फीट ऊंचे अजिंक्यतारा पर्वत की चोटी पर स्थित है।
- अजिंक्यतारा किला सतारा शहर का एक अद्भुत मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
- किला लंबी पैदल यात्रा, ट्रेकिंग और पर्वतारोहण के लिए काफी पॉपुलर है।
- अजिंक्यतारा किला को Satara Fort के नाम से भी जानते है।
- पर्यटक किले में शिवजी, हनुमान और देवी मंगलाई को समर्पित मंदिर देख सकते है।
- दोस्तों और परिवार के साथ कुछ पल बिताने के लिए अजिंक्यतारा किला बेस्ट ऑप्शन है।
FAQ
Q .अजिंक्यतारा किला कहा है?
अजिंक्यतारा किला महाराष्ट्र राज्य के सतारा जिले में स्थित है।
Q .अजिंक्यतारा का किला किसने बनवाया था?
अजिंक्यतारा किला शिल्हारा वंश के राजा भोज ने बनाया था।
Q .अजिंक्यतारा किले में कितनी सीढ़ियाँ हैं?
अजिंक्यतारा किले में 2.1 मील या 5,000 कदम मार्ग है।
Q .सतारा में कुल कितने किले हैं?
सतारा में पाँच प्रमुख किले स्थित हैं।
Q .महाराष्ट्र में कुल कितने किले हैं?
महाराष्ट्र राज्य अपने आप में 350 से अधिक किले समाए है।
Q .शिवाजी के पास कितने किले हैं?
छत्रपति शिवाजी महाराज के पास 370 किले थे।
Conclusion
आपको मेरा लेख Ajinkyatara Fort Information In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये Nirman Ajinkyatara sinhagad road, Forts in satara
और Nirman Ajinkyatara से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो हमें कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
Note
आपके पास Ajinkyatara Fort Information in Marathi की जानकारी हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिख हमे बताए हम अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
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